कोलंबो: श्रीलंका के महान बल्लेबाज महेला जयवर्धने अपने देश के क्रिकेट बोर्ड के नए स्टेडियम के निर्माण को लेकर दी गई सफाई से संतुष्ट नहीं हैं. श्रीलंका सरकार और क्रिकेट बोर्ड देश में एक नया स्टेडियम बनाने पर विचार कर रहे हैं जो देश का सबसे बड़ा स्टेडियम होगा. इसे बनाने में तीन-चार करोड़ डॉलर का खर्च आएगा.
जयवर्धने ने इस स्टेडियम की जरूरत पर सवाल उठाते हुए कहा था कि देश में पहले ही कई स्टेडियम हैं, जिनका सही तरीके से इस्तेमाल नहीं हो पाता.
श्रीलंका क्रिकेट (एसएलसी) ने बाद में बयान जारी करते हुए सफाई दी कि वो नए स्टेडियम के बारे में लंबे समय से सोच रहे थे. बोर्ड ने कहा था कि आईसीसी के बड़े टूर्नामेंट को आयोजित करने के लिए पांच विश्व स्तर के स्टेडियमों की जरूरत होती है.
एसएलसी ने अपने ट्विटर हैंडल पर पोस्ट किए गए बयान में कहा था, यहां यह बात जानना जरूरी है कि श्रीलंका क्रिकेट ने आईसीसी की 2023 से 2031 के बीच दो विश्व कप की मेजबानी करने की अपील पर दिलचस्पी जताई थी.
पूर्व कप्तान ने हालांकि कहा कि देश ने मौजूदा स्टेडियमों के साथ पहले भी विश्व कप का आयोजन किया है.
जयवर्धने ने ट्वीट किया, "एसएलसी की सफाई को देखते हुए, मैं अपना विचार रखता हूं. हमने इन्हीं स्टेडियमों में टी-20 विश्व कप की मेजबानी की है और वनडे विश्व कप की भी संयुक्त मेजबानी की है."
उन्होंने कहा, "आप पहले विश्व कप की मेजबानी हासिल करने की कोशिश करें अगर आपको मेजबानी मिल जाती है तो आईसीसी की वित्तीय मदद से स्टेडियम बनाएं. आप चार करोड़ डॉलर का स्टेडियम इस उम्मीद के साथ नहीं बना सकते कि आगले 10-15 साल में आपको विश्व कप की मेजबानी मिल सकती है."
इसी बीच श्रीलंका क्रिकेट (एसएलसी) ने कहा है कि वह इस वर्ष जुलाई में भारत तथा बांग्लादेश की मेजबानी के लिए तैयार है. भारत को जून के अंत में श्रीलंका का दौरा करना है जहां उसे तीन वनडे और तीन टी-20 मैचों की सीरीज खेलनी है जबकि बांग्लादेश को विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के तहत श्रीलंका के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों की सीरीज खेलनी है.
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) और बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) ने हालांकि दौरे की पुष्टि नहीं की है. भारत और बांग्लादेश दोनों ही देशों में कोरोना के कारण लॉकडाउन लगा हुआ है. श्रीलंका में भी क्फर्यू लगा हुआ है, लेकिन यहां इसमें ढील दी गई है.