लंदन: पूर्व अंपायर इयान गोल्ड ने कहा है कि वह अभी भी विश्व कप-2011 में भारत और पाकिस्तान के बीच खेले गए सेमीफाइनल में सचिन तेंदुलकर को एलबीडब्ल्यू दिए जाने के अपने फैसले पर कायम हैं.
गोल्ड ने कहा कि जब सचिन द्वारा लिए गए रिव्यू में उनका फैसला बदला गया तो वह उस पर विश्वास नहीं कर पाए थे.
2011 विश्व कप में भारत और पाकिस्तान मैच का दृश्य गोल्ड ने एक टीवी चैनल से कहा, "जब मैंने उन्हें मोहाली में आउट दिया था, मुझे लगा था कि वह आउट हैं. मैं आपको गारंटी दे सकता हूं कि अगर मैं उसे दोबारा देखूंगा तो मैं उसे आउट ही दूंगा. सचिन ने गंभीर से बात की और लग रहा था कि वह बाहर जाने वाले हैं. मुझे लगा शुक्र है लेकिन वह मुड़े और रिव्यू लिया और तब विश्व रुक गया."
गोल्ड ने बताया, "अंत में तीसरे अंपायर बिली बाउडन ने मुझे बताया कि गेंद लेग स्टम्प के बाहर जा रही है. मैं चाहता हूं कि आप अपना फैसला बदलें. मैं उनका बेहद सम्मान करता हूं, लेकिन मैं 90 फुट की स्क्रीन पर देख रहा जो मुझे बता रही है कि गेंद इंच के मार्जिन से लेग स्टम्प के बाहर जा रही है, इसलिए मुझे उनके विश्लेषण की जरूरत नहीं है, लेकिन मैंने उन्हें फिर नॉट आउट दिया."
उन्होंने कहा, "इसके बाद मुझे डर लग रहा था कि कोई भी गेंद पैड पर न पड़े. मेरे साथ साइमन टॉफेल थे. उन्होंने मुझसे कहा था कि उन्हें भी लगा था कि यह एलबीडब्ल्यू है."
गौरतलब है कि इस मैच में सचिन ने 85 रनों की पारी खेली थी. उन्हें इस मैच में शहीद अजमल ने आउट किया था. अजमल ने शाहिद अफरीदी के हाथों उन्हें कैच करवाया. इस मैच में भारत ने पाकिस्तान को 29 रनों से मात दे फाइनल में जगह बनाई थी.