एडीलेड: क्रिकेट जगत ने सदमे और हैरानी के साथ भारतीय टीम के उस दुस्वप्न पर प्रतिक्रिया व्यक्त की जो उसने यहां शनिवार को दिन के समय 36 रन के अपने न्यूनतम टेस्ट स्कोर पर सिमटकर देखा. भारतीय का मजबूत बल्लेबाजी लाइन अप पैट कमिंस और जोश हेजलवुड की तेज गेंदबाजी जोड़ी के सामने ढह गया जिससे ऑस्ट्रेलिया ने शुरूआती दिन रात्रि टेस्ट में ढाई दिन के अंदर आठ विकेट से शानदार जीत हासिल की.
पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने दूसरी पारी में भारतीय बल्लेबाजों के स्कोर का जिक्र करते हुए ट्वीट किया, "भूलने का ओटीपी है 49204084041."
कोई भी बल्लेबाज दोहरे अंक तक नहीं पहुंच सका. सहवाग के आदर्श सचिन तेंदुलकर ने भी स्वीकार किया कि ऑस्ट्रेलिया ने भारतीय टीम को चारों खाने चित्त कर दिया. तेंदुलकर ने लिखा, "जिस तरह से भारत ने पहली पारी में बल्लेबाजी और गेंदबाजी की, वे अच्छी स्थिति में थे लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने आज सुबह सचमुच शानदार वापसी की."
उन्होंने लिखा, "यही टेस्ट क्रिकेट की खूबसूरती है. यह तब तक खत्म नहीं होता, जब तक यह पूरा समाप्त नहीं हो जाता. भारत को दूसरे पारी में चित्त कर दिया गया. ऑस्ट्रेलिया को बधाई."
भारत का पिछला न्यूनतम टेस्ट स्कोर 1974 में इंग्लैंड के खिलाफ लार्ड्स में 42 रन का था. महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर को लगता है कि ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज शानदार थे.
गावस्कर ने कहा, "भारतीय बल्लेबाज जिस तरीके से आउट हुए, उसके लिए उन्हें दोषी ठहराना उचित नहीं होगा क्योंकि ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने लाजवाब गेंदबाजी की."
मौजूदा बल्लेबाजों की रक्षात्मक कमियों का जिक्र करते हुए पूर्व बल्लेबाज संजय मांजरेकर ने कहा, "इसमें कोई शक नहीं की 36 रन के स्कोर को अलग पारी के रूप में ही देखा जाएगा और देखा भी जाना चाहिए लेकिन जब भी गेंद का मूवमेंट होता है तो पिछले तीन टेस्ट (न्यूजीलैंड में दो टेस्ट) में भारत का स्कोर - 165, 191, 242, 124, 244, 36 - रहा है."