दुबई: श्रेयस अय्यर के नेतृत्व वाली दिल्ली कैपिटल्स ने पहली बार कप्तानी के लिए उतरे केएल राहुल की टीम किंग्स इलेवन पंजाब को सुपर ओवर में हराया. आईपीएल के 13वें सीजन का ये पहला सुपर ओवर था. इस सुपरओवर में दिल्ली की ओर से गेंदबाजी करने उतरे कगिसो रबाडा ने दो गेंदों पर दो विकेट लिए थे.
क्या है सुपर ओवर?
सुपर ओवर का मतलब है कि वन ओवर एलिमिनेटर जो एक टाई ब्रेकर ओवर होता है. सुपर ओवर को सीमित ओवर के क्रिकेट मैच में खेला जाता है. इसमें दोनों टीमें मैच के टाई होने के बाद एक-एक ओवर बल्लेबाजी करने आती हैं और इस ओवर के बाद ही मैच का विजेता बनता है.
जो मैच सुपर ओवर में जाता है, उसको 'टाई' कहते हैं, और जो टीम सुपर ओवर में ज्यादा रन बनाती है वो जीत जाती है.
अगर किसी टूर्नामेंट की लीग स्टेज में कोई सुपर ओवर टाई हो जाता है तो दोनों टीमों को 1-1 अंक दे दिया जाता है और अगर नॉकआउट मैच में सुपर ओवर के जरिए ही विनर का फैसला किया जाएगा.
सुपर ओवर का इतिहास
पहली बार सुपर ओवर साल 2008 में खेले गए ट्वेंटी20 में खेला गया था. सुपर ओवर को टाई तोड़ने के लिए बॉल-आउट की जगह पर लाया गया था.
वहीं, सुपर ओवर को वनडे मैचों में 2011 विश्व कप के नॉकआउट स्टेज में लाया गया था, लेकिन तब इसका इस्तेमाल नहीं हो सका था. फिर ये नियम आया कि विश्व कप में फाइनल मैच में ही सुपर ओवर का इस्तेमाल किया जा सकता है.
वहीं, नॉकआउट स्टेज के मैचों में पुराने नियम के तहत टाई को तोड़ा जाने लगा, इसमें जिस टीम का बेहतर ग्रुप स्टेज प्रदर्शन रहा हो उसको फायदा मिलने लगा.
साल 2017 में आईसीसी ने सुपर ओवर को उस साल के महिला विश्व कप और चैंपियंस ट्रॉफी के नॉकआउट स्टेज में इस्तेमाल करने की अनुमति दी.