हैदराबाद: श्रीलंका के कप्तान करुणारत्ने ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया. सलामी बल्लेबाज करुणारत्ने और गुणातिलक ने श्रीलंका की टीम को अच्छी शुरुआत दिलाई थी लेकिन सलामी बल्लेबाज दनुष्का गुणातिलक को क्षेत्ररक्षण में बाधा पहुंचाने के लिए आउट दिए जाने के बाद श्रीलंका की पारी लड़खड़ा गई और टीम जहां एक समय बड़े स्कोर की तरफ बढ़ते हुए दिख रही थी वो 232 रन पर ही सिमट गई.
वेस्टइंडीज और श्रीलंका के बीच हुए मैच में क्षेत्ररक्षण में बाधा पहुंचाने के कारण दनुष्का गुणातिलक को आउट देने के फैसले को लेकर सोशल मीडिया पर जमकर बहस छिड़ गई है. कई लोग इस फैसले को गलत बता रहे हैं.
दरअसल श्रीलंका की पारी के 21वें ओवर में गुणातिलक को क्षेत्ररक्षण में बाधा पहुंचाने के आरोप में आउट करार दिया गया. पोलार्ड जब उन्हें रन आउट करने का प्रयास कर रहे थे तब उन्होंने गेंद पर पैर मार दिया जिसके बाद वेस्टइंडीज के कप्तान ने रन आउट की अपील की और मैदानी अंपायर जो विल्सन ने आउट का संकेत करते हुए टीवी अंपायर के पास इस मामले को भेज दिया। तीसरे अंपायर नाइजेल गुगुइड ने इसके बाद जानबूझकर रन आउट रोकने का प्रयास करने के लिए गुणातिलक को आउट करार दिया.
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इस विकेट के गिरने के बाद अशेन बंडारा (50) के अर्धशतक के बावजूद पूरी टीम 49 ओवर में 232 रन पर आउट हो गई. इसके जवाब में वेस्टइंडीज ने शाई होप (110) और एविन लुईस (65) के बीच पहले विकेट की 143 रन की साझेदारी की बदौलत 47 ओवर में दो विकेट पर 236 रन बनाकर जीत दर्ज की.