मुंबई : पूर्व सलामी बल्लेबाज वसीम जाफर जाफर चाहते हैं कि ये सुनिश्चित किया जाए कि खिलाड़ियों को आराम के लिए पर्याप्त समय मिले और वे विभिन्न टूर्नामेंटों के लिए जल्दबाजी में ना रहे. घरेलू सत्र की शुरुआत अगस्त में होने की उम्मीद है, लेकिन देश में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे है. ऐसे में बीसीसीआई ने गतिविधियों को फिर से शुरू करने के लिए प्रतीक्षा करने की नीति अपनायी है.
पहली प्राथमिकता आईपीएल आयोजित करने की होगी
जाफर ने एक समाचार एजेंसी से सोमवार को कहा, ''जब भी सत्र शुरू होगा तो पहली प्राथमिकता आईपीएल आयोजित करने की होगी. बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट बोर्ड) पहले टूर्नामेंट के रूप में आईपीएल के साथ शुरुआत कर सकता है.''
बीसीसीआई सितंबर-अक्टूबर में आईपीएल के आयोजन की योजना पर विचार कर रहा है लेकिन ये एशिया कप और टी20 विश्व कप के भविष्य पर निर्भर करेगा. उन्होंने कहा, ''आईपीएल के खत्म होने के बाद बीसीसीआई इरानी ट्रॉफी (कप) का आयोजन कर सकता है क्योंकि सौराष्ट्र पहली बार चैम्पियन बना है और वो इसे खेलने का हकदार है.''
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जाफर ने कहा, ''इसके बाद हम रणजी ट्राफी को शुरू कर सकते हैं. अगले साल आईपीएल की नीलामी से पहले बीसीसीआई को सैयद मुश्ताक अली टूर्नामेंट का आयोजन करा लेना चाहिए. बीसीसीआई को विजय हजारे, दलीप ट्रॉफी और देवधर ट्रॉफी को इस सत्र में रद कर देना चाहिए और इस दोनों प्रमुख टूर्नामेंटों (रणजी और आईपीएल) पर ध्यान देना चाहिए ताकी खिलाड़ियों को आराम करने का पर्याप्त मौका मिल सके.''
खिलाड़ियों को आराम करने का पूरा मौका मिलना चाहिए
उन्होंने टूर्नामेंटों को लेकर ये तर्क दिया ताकि खिलाड़ियों के पास तैयारी और आराम का पूरा मौका हो. जाफर ने कहा, ''सभी टूर्नामेंट को जल्दबाजी में करने की जगह खिलाड़ियों को आराम करने का पूरा मौका मिलना चाहिए. मुझे यही लगता है कि विजय हजारे और दलीप ट्रॉफी के उन दो महीनों का उपयोग पर्याप्त आराम के लिए करे.''
रणजी ट्राफी में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले इस खिलाड़ी ने कहा, ''जूनियर स्तर पर भी ऐसा ही करना चाहिए. मौजूदा सत्र में अंडर-23 और अंडर-19 में एकदिवसीय टूर्नामेंट को रद कर देना चाहिए. जाफर ने इसके साथ रणजी ट्रॉफी के क्वार्टर फाइनल के लिए राह मुश्किल करने की मांग की.