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हरभजन के बाद लक्ष्मण ने युवराज सिंह की भी की तारीफ, उनके अटूट साहस को किया सलाम - युवराज सिंह के साहस को सलाम

लक्ष्मण ने ट्विटर पर लिखा, 'कैंसर पर अपनी सफल जीत के कारण कई लोगों के लिए प्रेरणा बनने वाले युवराज सिंह गंभीर रूप से बीमार होने के बावजूद 2011 के विश्व कप में टीम को अपने कंधों पर ले गए. बीमारी से उबरने के बाद उन्होंने अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ वनडे स्कोर बनाया, जो उनके अटूट साहस का प्रतीक है.'

laxman, yuvraj
laxman and yuvraj

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Published : Jun 7, 2020, 4:30 PM IST

नई दिल्ली: पूर्व भारतीय क्रिकेटर वीवीएस लक्ष्मण ने अपने पूर्व टीम साथी युवराज सिंह की तारीफ करते हुए कहा है कि शारीरिक रूप से मुश्किल वक्त से गुजरने के बावजूद खेल में उनकी उपलब्धियां बेहद शानदार रही हैं.

पूर्व भारतीय क्रिकेटर वीवीएस लक्ष्मण

युवराज ने कैंसर जैसी बीमारी से जूझने के बावजूद 2011 में भारत को विश्व कप जिताने में अहम योगदान दिया था. 2011 विश्व कप में युवराज 'प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट' चुने गए थे.

लक्ष्मण ने ट्विटर पर लिखा, "कैंसर पर अपनी सफल जीत के कारण कई लोगों के लिए प्रेरणा बनने वाले युवराज सिंह गंभीर रूप से बीमार होने के बावजूद 2011 के विश्व कप में टीम को अपने कंधों पर ले गए. बीमारी से उबरने के बाद उन्होंने अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ वनडे स्कोर बनाया, जो उनके अटूट साहस का प्रतीक है."

युवराज ने 2017 में कटक में इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए वनडे मैच में 127 गेंदों पर 21 चौकों और तीन छक्कों की मदद से 150 रनों की शानदारी पारी खेली थी.

युवराज ने भारत के लिए कुल 304 वनडे मैच खेले है. जिसमे उन्होंने 36.56 की औसत के साथ 8701 रन बनाए है. उन्होंने वनडे में 111 विकेट भी झटके है. इसके अलावा उन्होंने 40 टेस्ट और 58 टी-20 मैच भी भारत के लिए खेले है जिसमे क्रमश उन्होंने 1900 और 1170 रन बनाए है.

हरभजन की भी की थी तारीफ

इससे पहले लक्ष्मन ने अनुभवी स्टार आफ स्पिनर हरभजन सिंह की तारीफ करते हुए कहा था कि आफ स्पिनर ने अपनी 'संभावित निराशा' को आक्रामकता में बदल दिया और इसी कारण उन्होंने एक दशक से भी अधिक समय तक अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया.

लक्ष्मण ने ट्विटर पर कहा, "एक और खिलाड़ी जो आसानी से अपने करियर और निजी जीवन में मिले मुश्किल वक्त से भटक सकता था, उसने अपनी संभावित निराशा को आक्रामकता में बदल दिया. हरभजन सिंह ने करीब डेढ़ दशक तक अपना सर्वश्रेष्ठ स्तर कायम रखा."

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