अहमदाबाद :भारतीय क्रिकेट टीम इंग्लैंड के खिलाफ लगातार दो टेस्ट मैच जीतने के बाद विराट कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में चौथा मुकाबला खेलने के लिए पूरी तरह से तैयार है. तीसरा टेस्ट मैच दोनों ही टीमों के लिए काफी चुनौतीपूर्ण रहा था और भारतीय टीम जीतने में सफल रही थी, लेकिन इस विकेट पर दोनों ही टीमें ज्यादा स्कोर नहीं कर पाई थी.
अब चौथे टेस्ट मैच से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान विराट कोहली से पूछा गया कि इस तरह की चुनौतीपूर्ण स्पिन पिचों पर विकेट बचाए रखने के लिए किस तरह के कौशल की जरूरत होती है तो कोहली ने मजबूत डिफेंस पर जोर दिया, लेकिन साथ ही वह मानते हैं कि छोटे प्रारूप की वजह से अब यह भी मजबूत नहीं है. कोहली का मानना है कि बायो-बबल में रोटेशन नीति उपयुक्त है. कोहली ने कहा, 'बायो-बबल में जिस तरह नियमों का पालन करना पड़ता है उससे चीजें कभी-कभी काफी नीरस हो जाती हैं और छोटी चीजों को लेकर खुद को उत्साहित रखना बेहद मुश्किल होता है.
उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि खेल का कोई भी प्रारूप ब्रेक के लिए सही है. कोई भी इंसान पूरे साल इतने सारे मैच नहीं खेल सकता. सभी को ब्रेक के लिए समय की जरूरत है. हमारी बेंच स्ट्रेंथ कहीं अधिक महत्वपूर्ण है क्योंकि अगर आपके पास ऐसे खिलाड़ी हैं जिनमें भूख है, जो तैयार हैं, जो समझते हैं कि खेल किस तरफ जा रहा है और उनमें मौकों का फायदा उठाने का साहस है तो फिर हम आसान से खिलाड़ियों को रोटेट कर सकते हैं."