मैनचेस्टर:पूर्व कप्तान माइकल अथर्टन ने जोफ्रा आर्चर के जैव सुरक्षित प्रोटोकॉल उल्लघंन को मूर्खतापूर्ण करार दिया. उनका मानना है कि उनके गैर जिम्मेदाराना कदम से गुरुवार से वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट से पहले टीम की योजना गड़बड़ा गई.
आर्चर को टीम के जैव सुरक्षित प्रोटोकॉल को तोड़ने के लिए वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट से बाहर कर दिया गया. अब उन्हें पांच दिन के क्वॉरंटीन के दौरान कोविड-19 के दो परीक्षण कराने होंगे.
आर्चर ने इस गलती के लिए माफी मांगी है, हालांकि गलती का जिक्र इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड के बयान में नहीं किया गया है, लेकिन मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार यह तेज गेंदबाज पहले टेस्ट के बाद ब्राइटन में अपने घर गया था.
अथर्टन ने कहा, 'यह कई कारणों से बहुत ही बेवकूफाना है. पहली बात, इससे उसने टीम में स्थान गंवा दिया.'
उन्होंने आगे कहा, 'दूसरा इससे इंग्लैंड की योजना गड़बड़ा गई. यह महत्वपूर्ण टेस्ट है जिसमें उनका जीतना जरूर है तभी वे इस सीरीज को जीतने की कोशिश कर सकते हैं.'
उन्होंने कहा, 'और तीसरा, ईसीबी ने अभी तक जो काम किया, उसने उसे जोखिम में डाल दिया. इन छह टेस्ट मैचों, वेस्टइंडीज के खिलाफ तीन और पाकिस्तान के खिलाफ तीन, को कराने के लिए उन्हें काफी काम करना पड़ा है.
अर्थटन के अलावा वेस्टइंडीज के पूर्व तेज गेंदबाज माइकल होल्डिंग ने भी आर्चर को आड़े हाथों लिया. होल्डिंग ने नेल्सन मंडेला का उदाहरण देते हुए आर्चर को लपेटे में लिया और कहा कि बड़े काम के लिए बलिदान देना होता है.
होल्डिंग ने कहा, "मुझे बिल्कुल भी सहानुभूति नहीं है. मैं समझ नहीं पाता की लोग वो क्यों नहीं करते जो जरूरी है. बलिदान की बात करें तो, नेल्सन मंडेला ने 27 साल एक छोटी से जेल में काटे थे और उन्होंने तो कुछ गलत किया भी नहीं था--- ये बलिदान होता है."
होल्डिंग ने इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) द्वारा बनाए गए प्रोटोकॉल्स पर भी सवाल उठाए हैं और कहा है कि ये और ज्यादा बेहतर होने चाहिए थे.