कराची :पाकिस्तान क्रिकेट टीम के मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज उमर अकमल विवादों से घिरे रहते हैं. उन्हें पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने तीन सालों के लिए बैन कर दिया है. इसका कारण उनका सट्टेबाजों से बातचीत की बात छिपाना था. अकमल के मुद्दे पर पीसीबी के पूर्व चेयरमैन नसम सेठी ने बड़ा बयान दिया है. सेठी ने बताया कि उमर अकमल दिमागी तौर पर बीमार हैं और उन्हें मनोरोग विशेषज्ञ की जरूरत है.
गौरतलब है कि उमर अकमल ने साल 2009 में पाकिस्तान के लिए टेस्ट डेब्यू किया था और पहली पारी में ही उन्होंने शतक जड़ा था लेकिन इसके बाद उनका करियर विवादों से घिर गया.
पाकिस्तानी मीडिया से बातचीत करते हुए नजम सेठी ने कहा, “उमर अकमल पहले भी कई बार गलतियां कर चुके हैं. उमर अकमल को हमने पहले ही इस बात के लिए चेतावनी दी थी. यहां तक कि उन्हें बैन किया गया था, लेकिन वो सुधरे नहीं, इसलिए मुझे लगता है तीन साल का बैन सही है.”नजम सेठी ने आगे कहा, “उमर अकमल टीम के लिए नहीं अपने लिए खेलता है. वो बेहद ही अनुशासनहीन है जबकि उसे अंदर टैलेंट है. अगर वो किसी मानसिक रोग के डॉक्टर के साथ बैठे और इलाज कराए तो वो अनुशासन में आ सकते हैं.”
आपको बता दें कि साल 2013 में जमैका के लिए उड़ान भरने से पहले उमर अकमल को मिर्गी का दौरा पड़ा था और उन्हें एक दिन अस्पताल में भी रखना पड़ गया था. तब वो कैरेबियन प्रीमियर लीग (सीपीएल) में बारबाडोस ट्राइडेंट्स के लिए खेल रहे थे.
सेठी ने कहा, “जैसे ही मैं पीसीबी चेयरमैन बना, मेरी सबसे बड़ी चुनौती ही उमर अकमल थे. उमर अकमल को वेस्टइंडीज में मिर्गी का दौरा पड़ा. वो घर लौटे तो मैंने उन्हें क्रिकेट से ब्रेक लेकर इलाज कराने को कहा. उन्होंने मुझे इनकार कर दिया और खेलना जारी रखा.”
नजम सेठी ने कहा, “उमर अकमल को मनोवैज्ञानिक और मेडिकल समस्या दोनों थी. उन्हें कई बार सुधरने के लिए कहा गया लेकिन उन्होंने हमारी बात नहीं सुनी. यही वजह रही कि हर दो या तीन महीनों में वो विवादित हरकतें करते रहे.”