हैदराबाद: भारतीय टीम के लिए दो दो विश्व कप जीत चुके तेज गेंदबाज शांताकुमार श्रीसंत पर लगा आजीवन प्रतिबंध अब समाप्त हो गया है. एस श्रीसंत पर साल 2013 में आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में नाम आने के बाद बीसीसीआई ने उनके ऊपर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया था. बैन हटने के बाद श्रीसंत ने अब एक बार फिर से क्रिकेट मैदान पर वापसी की इच्छा जताई है.
एस श्रीसंत अपने कई बयानों में ये बात कह चुके हैं कि उनका सपना भारत के लिए 2023 का एकदिवसीय विश्व कप खेलने का है. केरल क्रिकेट संघ (केसीए) ने भी श्रीसंत के ऊपर लगे प्रतिबंध के खत्म होने पर अपनी खुशी जाहिर की है. संघ का कहना है कि आगामी घरेलू क्रिकेट सीजन में खेलने के लिए श्रीसंत को अपनी फॉर्म और फिटनेस साबित करनी होगी.
केरल क्रिकेट टीम के रणजी कोच और पूर्व भारतीय खिलाड़ी टीनू योहाना ने कहा, "श्रीसंत ने कड़ी मेहनत करके और खुद को फिट रखते हुए फिर से खेलने की इच्छा जाहिर की है." उन्होंने आगे कहा, "हम उनके साथ संपर्क में हैं. हम उनके नाम पर विचार करेंगे, लेकिन यह उनके फॉर्म और फिटनेस पर निर्भर करेगा. लेकिन उनके लिए दरवाजे खुले हैं."
बीसीसीआई ने 2013 में आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में श्रीसंत पर आजीवन प्रतिबंध लगाया था. 2015 में हालांकि दिल्ली की एक विशेष अदालत ने उन पर लगे सभी आरोपों से उन्हें बरी कर दिया. वर्ष 2018 में केरल उच्च न्यायालय ने बीसीसीआई द्वारा उन पर लगाए गए आजीवन प्रतिबंध को खत्म कर दिया था और उसके खिलाफ सभी कार्यवाही को भी रद कर दिया था. हालांकि, उच्च न्यायालय की एक खंडपीठ ने प्रतिबंध की सजा को बरकरार रखा था.