ब्रिसबेन: सिडनी टेस्ट के दौरान पेन ने रविचंद्रन अश्विन पर छींटाकशी की थी जिसके बाद गावस्कर ने कहा था कि राष्ट्रीय टीम के कप्तान को यह शोभा नहीं देता और बतौर कप्तान पेन के दिन गिनती के बचे हैं. ये पूछने पर कि क्या उन्होंने गावस्कर की टिप्पणी सुनी है, पेन ने कहा, ''मैने सुना लेकिन मैं इसमें पड़ना नहीं चाहता. मेरा सुनील गावस्कर के साथ वाकयुद्ध का कोई इरादा नहीं है.''
उन्होंने कहा, ''वो अपनी राय रखने के लिए स्वतंत्र हैं लेकिन मुझे रत्ती भर भी फर्क नहीं पड़ता. सनी को जो कहना है, वो कहते रहें लेकिन आखिर में मेरा इससे कोई लेना देना नहीं है.'' पेन ने अपने आचरण के लिए सार्वजनिक तौर पर माफी मांग ली थी. उन्होंने कहा कि अब आगे से वो चेहरे पर मुस्कुराहट लिए खेलते रहेंगे.
उन्होंने कहा, ''अपने पूरे कैरियर में 99 प्रतिशत मैं इत्मीनान से रहा हूं. उससे ही मैं सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर पाता हूं. उस दिन मैं आवेग में आ गया था.'' उन्होंने कहा, ''मैने दर्शकों की तरफ देखा और मुझे महसूस हुआ कि मैं टेस्ट मैच में टीम की कप्तानी कर रहा हूं. मैने हमेशा इसका सपना देखा था.