मुंबई: टेस्ट क्रिकेट में नंबर वन पर मौजूद भारतीय टीम पहले ही टी 20 आई और एकदिवसीय सीरीज जीत चुकी है और टेस्ट सीरीज में भी विंडीज पर हावी दिख रही है.
इशांत शर्मा
वेस्टइंडीज की सरजमीं पर अपनी तेज गेंदबाजी से इशांत ने हमेशा सबको प्रभावित किया है. इशांत का रिकॉर्ड वेस्टइंडज में काफी शानदार रहा है. उन्होंने सिर्फ 7 मैचों में 30 विकेट झटके हैं. ये आंकड़ा उन्हें कपिल देव के बाद वेस्टइंडीज में दूसरा सबसे सफल भारतीय गेंदबाज बनाता है. जिनके नाम 35 विकेट हैं. वेस्टइंडीज ए के खिलाफ 3 विकेट झटककर उन्होंने अपनी दावेदारी मजबूत कर दी है.
मयंक अग्रवाल
मयंक अग्रवाल और केएल राहुल बतौर ओपनर टीम में मौजूद हो सकते हैं. हालांकि दोनों का प्रदर्शन ज्यादा अच्छा नहीं रहा. इंडिया ए के लिए खेलते हुए वेस्टइंडीज के खिलाफ अग्रवाल 6 पारियों में सिर्फ 148 रन ही बना सके. हालांकि मयंक अग्रवाल ने 2018-19 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर शानदार प्रदर्शन करते हुए 3 पारियों में 195 रन बनाए थे. हाल के प्रदर्शन को देखे तो राहुल ने टीम में अपनी जगह मजबूत की है.
ऋषभ पंत
इस सीरीज के दौरान जिस खिलाड़ी पर सबसे ज्यादा नजरे टिकी होंगी वो है ऋषभ पंत. हालांकि पंत का अभी का फॉर्म चिंताजनक है. इंग्लैंड में अपने प्रदर्शन से प्रभावित करने वाले पंत के पास ये एक अच्छा मौका होगा. इस सीरीज में पंत अच्छा प्रदर्शन नहीं करते है तो रिद्धिमान साहा उनकी जगह ले सकते हैं.
रोहित शर्मा
रोहित शर्मा को ज्यादातर समय टेस्ट क्रिकेट के लिए अनदेखा किया गया है लेकिन अब जब वो अपने एकदिवसीय क्रिकेट के सुनहरे वर्षों में हैं, तो उनके लिए ये एक अच्छा मौका है कि वो टेस्ट क्रिकेट में भी शानदार प्रदर्शन कर सकते हैं. वेस्टइंडीज ए के खिलाफ हुए अभ्यास मैच में रोहित शर्मा मे अर्धशतक लगाया था. मध्यक्रम में रोहित शर्मा के होने से टीम को मजबूती मिलेगी.
हनुमा विहारी
कर्नाटक का 25 वर्षीय विकेटकीपर बल्लेबाज हनुमा विहारी भारतीय मध्यक्रम के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण साबित हो सकता है. विहारी बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों से टीम की मदद कर सकते हैं. अपने फॉर्म की वजह से टीम में उनकी जगह पक्की नहीं है. लिस्ट ए क्रिकेट में वेस्टइंडीज के खिलाफ विहारी का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा था. जिस वजह से उनका प्लेइंग इलेवन में जगह बना पाना मुश्किल लग रहा है.