रांची : दक्षिण अफ्रीका टीम के पास ये मैच आईसीसी टेस्ट चैम्पियनशिप में अहम अंक हासिल कर अंकतालिका में अपने आप को मजबूत करने के मौके के सिवाए कुछ नहीं है. टेस्ट चैम्पियनशिप की शुरुआत में जिस तरह की बातें कही जा रही थीं कि इसमें हर एक मैच अहम होगा, इसकी बानगी तीसरे मैच में देखी जा सकती है.
भारत की कोशिश 40 अंक लेने की
बेशक दक्षिण अफ्रीका सीरीज नहीं जीत सकती है लेकिन ये मैच जीत कर वो अपने हिस्से 40 अंक ले सकती है, जो आगे उसे काम आएंगे. इस लिहाज से इस मैच को औपचारिकता मात्र नहीं कहा जा सकता. वहीं, भारत सीरीज के दो मैच जीत 80 अंक इस सीरीज से ले चुका है, लेकिन उसकी कोशिश भी 40 अंक और लेने की होगी जो चैम्पियनशिप में अहम पड़ाव पर उसे फायदा पहुंचा सकते हैं.
भारत का एकतरफा प्रदर्शन
दो टूक बात कही जाए तो ये मैच किसी भी लिहाज से औपचारिकता मात्र नहीं माना जा सकता और दोनों टीमें यहां भी उसी प्रतिस्पर्धा और जुनून के साथ खेलेंगी जैसे सीरीज की शुरुआत में खेली थीं. भारत अभी तक दोनों मैचों- विशाखापट्टनम और पुणे में एकतरफा प्रदर्शन करती आई है. उसने बल्ले और गेंद दोनों से अच्छा किया है. मेजबान अपने फॉर्म को जारी रखने की पूरी कोशिश करेगी.
भारतीय बल्लेबाजों का शानदार प्रदर्शन
भारत की बल्लेबाजी इस सीरीज में विशाल स्कोर खड़ा करती रही है. पहले मैच में मयंक अग्रवाल के दोहरे शतक और रोहित शर्मा के दोनों पारियों में शतक के बूते भारत ने विशाल स्कोर किया था. वहीं दूसरे मैच में मयंक ने फिर अपना जलवा दिखाया और इस बार उन्हें कप्तान विराट कोहली का साथ मिला था. कोहली ने पुणे में खेले गए मैच में अपने टेस्ट करियर का सातवां दोहरा शतक जड़ा था. इनके दम पर भारत ने 600 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया था और दक्षिण अफ्रीका को पारी से मात दी थी.
फाफ डु प्लेसिस ने कहा
भारतीय बल्लेबाजों का प्रदर्शन इतना शानदार रहा है कि विपक्षी टीम के कप्तान फाफ डु प्लेसिस ने हाल ही में अपनी टीम के बल्लेबाजों को भारत से सीखने और पहली पारी में बड़ा स्कोर करने की बात कही थी. मेहमान टीम के बल्लेबाज अपने कप्तान की बात को कितना गंभीरता से लेते हैं वो मैच में ही पता चलेगा. हां, यहां कि विकेट बल्लेबाजों के अनुरूप मानी जाती है और अगर ऐसा होता है तो एक बार फिर स्कोरबोर्ड पर बड़ा स्कोर देखा जा सकता है.
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