हैदराबाद :कोरोनावायरस के कारण लगे लॉकडाउन ने सभी खिलाड़ियों को घर में बैठने पर मजबूर कर दिया है. ऐसे में वे फैंस से सोशल मीडिया के जरिए जुड़े हुए हैं. भारत के अनुभवी क्रिकेटर सुरेश रैना भी इन दिनों सोशल मीडिया पर एक्टिव हो चुके हैं. उन्होंने चयनकर्ता और सीनियर खिलाड़ियों के बीच बातचीत न होने का मुद्दा उठाया है.
रैना ने एक इंटरव्यू में कहा कि अगर समस्या है तो उनको मुंह पर बताना चाहिए. रैना ने अपना आखिरी मैच साला 2018 में खेला था. उन्होंने खुलासा किया कि चयनकर्ताओं ने टीम से बाहर किए जाने का कोई कारण नहीं बताया था.
चयनकर्ताओं पर फूटा रैना का गुस्सा, बोले- कोई दिक्कत है तो सामने आकर बोलो - SURESH RAINA NEWS
सुरेश रैना ने चयनकर्ताओं पर गुस्सा जाहिर करते हुए कहा है कि अगर उनको सीनियर खिलाड़ियों के कोई दिक्कत होती है तो उनको मुंह पर बोलना चाहिए.
गौरतलब है कि रैना भारतीय टीम में वापसी की लगातार कोशिश कर रहे हैं. रैना ने कहा कि हर एक खिलाड़ी कड़ी मेहनत करता है और ये चयनकर्ता की जिम्मेदारी है कि वो उन्हें बाहर किए जाने का कारण बताए.
रैना ने खिलाड़ी और चयनकर्ताओं के बीच के रिश्ते के बारे में बात की. उन्होंने बताया, “यहां दिलीप वेंगसरकर और किरण मोरेजैसे कई अच्छे चयनकर्ता हैं, जो जूनियर के साथ-साथ सीनियर खिलाड़ियों से भी अच्छा संवाद करते थे. मैं इस बात को पसंद करूंगा यदि कोई चयनकर्ता सीधे उनके मुंह पर समस्या बात दें.”
रैना ने कहा, “अगर कोई दिक्कत है तो आप मेरे मुंह पर कहो. मैं इसे हल करूंगा. मुझे किसी भी खिलाड़ी से कोई भी परेशानी नहीं थी, मगर मुख्य मुद्दा ये है कि एक चयनकर्ता पर्याप्त रूप से पेशेवर नहीं हैं. यदि एक खिलाड़ी अपने देश को इतना कुछ देता है तो ये उसका अधिकार है कि उसे उसके सवालों के जवाब मिले.”