चटगांव: शाकिब अल हसन सितंबर 2019 के बाद पहली बार टेस्ट मैच खेलेंगे. मैच फिक्सिंग के लिए संपर्क किए जाने की सूचना नहीं देने के आरोप में उन्हें दो साल के लिए प्रतिबंधित किया गया था जिसमें एक साल की सजा निलंबित थी. वेस्टइंडीज के खिलाफ पिछले महीने एकदिवसीय सीरीज से उन्होंने वापसी की और मैन ऑफ द सीरीज भी चुने गए.
मोमिनुल ने उन्हें 'दो खिलाड़ियों की भूमिका' निभाने वाला करार दिया. उन्होंने कहा, ''ऐसे खिलाड़ी किभी भी टीम के लिए बेशकीमती हैं. वो टीम में बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों से योगदान दे सकते हैं लेकिन इससे भी महत्वपूर्ण ये है कि उनके आने से टीम का संयोजन बेहतर होता है.''
शाकिब का टेस्ट में बल्ले से 39.40 और गेंद से 31.12 का औसत है. वो 25 जनवरी को खेले गये एकदिवसीय सीरीज के तीसरे मैच के दौरान चोटिल हो गए थे लेकिन कोच रसेल डोमिंगो को उम्मीद है कि वो पहले टेस्ट में खेलेंगे. डोमिंगो ने कहा, ''किसी भी प्रारूप में शाकिब की जगह किसी और को चुनना काफी मुश्किल काम है.
हम इस बात को लेकर आश्वस्त है कि वह पहले टेस्ट में खेलेंगे. उन्होंने बिना किसी परेशानी के बल्लेबाजी और गेंदबाजी अभ्यास किया है.'' शाकिब के आने से मजबूत हुई बांग्लादेश को घरेलू माहौल में खेलने का फायदा मिलेगा. वेस्टइंडीज के कई खिलाड़ी कोरोना वायरस के डर से इस दौरे पर नहीं आये है जिसमें कप्तान जेसन होल्डर, शाई होप और शिमरॉन हेटमायर शामिल हैं.
बंग्लादेश की टीम लगभग एक साल बाद पहला टेस्ट खेलेगी और वेस्टइंडीज के कोच फिल सिमंस को उम्मीद है कि उनकी टीम इसका फायदा उठाएगी. वेस्टइंडीज ने इस दौरान पांच टेस्ट खेले है लेकिन उसे चार में हार का सामना करना पड़ा है.
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सिमंस ने कहा, ''मुझे लगता है कि लंबे समय के बाद टेस्ट खेलने के कारण उनकी टीम थोड़ी असहज होगी.'' उन्होंने कहा, ''उनकी टीम में तमीम (इकबाल) और शाकिब जैसे अनुभवी खिलाड़ी है लेकिन वे शुरूआत में थोड़े असहज होंगे, शायद ये लंबे समय के लिए ना हो लेकिन हमें इसका फायदा उठाना होगा.''