लाहौर : पाकिस्तान के लिए 37 टेस्ट और 166 वनडे मैच खेलने वाले लतीफ का मानना है कि सहवाग के पांव नहीं हिलते थे, उनकी तकनीक बहुत शानदार थी और इससे उन्हें गेंदबाजों पर हावी होने में मदद मिलता था.
सहवाग उनमें से थे जो कभी डरे नहीं
पूर्व भारतीय विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग लतीफ ने एक यूट्यूब चैनल पर कहा, "वो हावी होने के लिए खेलते थे. ओपनर थोड़ा डरे हुए होते हैं. शुरुआत में वो गेंदबाज और पिच को देखते थे. सहवाग उनमें से थे जो कभी डरे नहीं. वो काफी प्रभावशाली खिलाड़ी थे, जिनका कि टीम पर काफी प्रभाव था."
लतीफ ने कहा, " ये कहना गलत है कि उनके पांव नहीं हिलते थे. उनके पास काफी अनूठी तकनीक थी, जोकि उनका मजबूत आधार था. वो बैकफुट, पंच, कट और पुल भी आसानी से लगाते थे."
वो दूसरी टीम से खेलते तो उनके 10 हजार रन होते
सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाद उन्होंने कहा कि सहवाग हमेशा से सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ जैसे दिग्गज खिलाड़ियों की छत्रछाया में रहे हैं. लतीफ ने कहा, " वो सचिन और राहुल जैसे दिग्गजों की छत्रछाया में खेल चुके हैं. अगर वो दूसरी टीम से खेलते तो उनके 10 हजार रन होते."
सहवाग ने 104 टेस्ट, 251 वनडे और 19 टी20 में भारत का प्रतिनिधित्व किया, जिसमें उन्होंने क्रमशः 8586, 8273 और 394 रन बनाए. उन्होंने कहा, "उनकी टीम में बड़े नाम, बड़े खिलाड़ी हों लेकिन विरोधियों को हमेशा इस बात का डर रहता था कि सहवाग मैच में किसी भारी पड़ सकते हैं.