सचिन ने ट्विटर पर कहा, "भारत ने हमेशा विश्व कप में पाकिस्तान को हराया है. एक बार फिर उन्हें हराने का समय है. मुझे व्यक्तिगत रूप से पाकिस्तान से न खेलकर उन्हें दो अंक देकर उनकी मदद करने से नफरत होगी."
उन्होंने साथ ही कहा, "मेरे लिए हमेशा से देश पहले है और ऐसे में देश जो भी फैसला लेगा, उसका मैं पूरे दिल से समर्थन करूंगा."
सचिन का बयान चेतन चौहान, सुनील गावस्कर, सौरभ गांगुली और हरभजन सिंह जैसे उन दिग्गज क्रिकेटरों के बयान के बाद आया है, जिसमें उन्होंने पुलवामा आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के साथ सभी तरह के क्रिकेट रिश्ते खत्म करने की बात कही थी.
गांगुली ने गुरुवार को कहा था, "यह फैसला आईसीसी को लेना है. मुझे लगता है कि भारत का रुख सख्त होगा, जो काफी स्वाभाविक भी है और आपको इससे निपटना होगा. वैसे भी, दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध नहीं होते हैं, इसलिए हमें इंतजार करना होगा.