मेलबर्न : माइकल क्लार्क ने एक रेडियो शो के दौरान कहा कि उन्हें याद नहीं आता कि जब वो खेला करते थे तब तेंदुलकर की तरह कोई दूसरा संपूर्ण बल्लेबाज था. उन्होंने कहा कि तेंदुलकर को आउट करना मुश्किल था और उनकी तकनीक में कोई खामी नहीं थी.
तेंदुलकर तकनीकी तौर पर सर्वश्रेष्ठ थे
क्लार्क ने एक रेडियो शो में कहा, ''मैंने जितने बल्लेबाज देखे उनमें संभवत: वो (तेंदुलकर)तकनीकी तौर पर सर्वश्रेष्ठ थे. उन्हें आउट करना बहुत मुश्किल था. उनकी कोई कमजोरी नहीं थी. आप केवल उम्मीद कर सकते थे कि वह गलती करें.''
उन्होंने टेस्ट में 51 और एकदिवसीय मैचों में 49 शतक बनाए और दोनों प्रारूपों में सर्वाधिक रनों का रिकॉर्ड सचिन के नाम है. उन्होंने 200 टेस्ट में 15,921 और 463 एकदिवसीय मैचों में 18,426 रन बनाए.