नई दिल्ली : हाल में समाप्त हुए बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में भारत के युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने अपने बल्ले से खूब धमाल मचाया और इस सीरीज के हीरो बनकर लौटे.
पंत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे और चौथे टेस्ट मैच में अपनी बल्लेबाजी का बेहतरीन नमुना पेश करते हुए सिडनी में मैच ड्रॉ कराने और ब्रिस्बेन में इतिहास रचने में अहम भूमिका निभाई.
सिडनी टेस्ट में पंत ने दो पारियों में क्रमशः 97 और नाबाद 89 रन बनाए. इस मैच में उन्हें बल्लेबाजी क्रम में प्रमोट करते हुए पांचवे नंबर पर बल्लेबाजी कराई गई थी.
अब भारतीय क्रिकेट टीम के बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौड़ ने खुलासा किया है कि एडिलेड में खेले गए पहले टेस्ट मैच के बाद कप्तान विराट कोहली ने पंत को बैटिंग ऑर्डर में ऊपर भेजने का आइडिया दिया था.
भारतीय ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन से उनके ऑफिशियल यू ट्यूब चैनल पर बात करते हुए बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौड़ ने इस बात का खुलासा किया.
इस बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "यह असल में मेरा फैसला नहीं था. मैं इसके लिए क्रेडिट नहीं ले सकता. यह पहले टेस्ट मैच के बाद शुरू हुआ. जहां हमें हार मिली थी."
राठौड़ ने कहा, "श्रीधर ने इस बारे में पहले ही विराट, अजिंक्य से बात की थी. और फिर विराट के जाने से पहले हम सब साथ बैठे थे. तो जहां हम चर्चा कर रहे थे तो असल में विराट ने यह आइडिया दिया था. अगर मैं सच बताऊं तो."
उन्होंने कहा कि इस चर्चा में यह निकलकर आया, "अगर हम दोनों बाएं हाथ के बल्लेबाजों (पंत और रवींद्र जडेजा) के साथ खेल रहे हैं तो यह अच्छा रहेगा कि पंत को नंबर 5 पर भेजा जाए ताकि हम लेफ्ट-राइट का कॉम्बिनेशन बनाए रख सकें."
राठौड़ ने कहा, "हमारा मकसद टेस्ट ड्रॉ करना नहीं था, और जब तक हम कर सकते हैं, तब तक हम रन के लिए जाते हैं. इसलिए उसे नंबर 5 पर भेजने का सही समय था. हम सभी सहमत थे, जिसमें रवि भाई भी शामिल थे क्योंकि वह बाएं और दाएं कॉम्बिनेशन में बहुत यकीन रखते हैं. उन्होंने लंबे समय तक माना कि ऑस्ट्रेलियाई लोग बाएं हाथ के गेंदबाजों को अच्छी तरह से गेंदबाजी नहीं कराते हैं, इसलिए हमें कहीं और लेफ्टी लाने की जरूरत है."
बता दें कि कम मैच खेलने के बावजूद उन्होंने इस सीरीज में भारत के लिए सबसे ज्यादा रन बनाए. खेले गए तीन मैचों में पंत ने 68.50 की औसत से 274 रन बनाए.
कोहली के जाने के बाद अजिंक्य रहाणे ने इस टीम की कमान संभाली और भारत ने सीरीज 2-1 से अपने नाम की.