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बड़ी खबर: प्रज्ञान ओझा ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहा - प्रथम श्रेणी

स्पिनर प्रज्ञान ओझा ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में भारत के लिए 144 विकेट लिए हैं.

Pragyan Ojha
Pragyan Ojha

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Published : Feb 21, 2020, 12:52 PM IST

Updated : Mar 2, 2020, 1:34 AM IST

नई दिल्ली: भारत के बाएं हाथ के अनुभवी स्पिनर प्रज्ञान ओझा ने शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय और प्रथम श्रेणी क्रिकेट से तुरंत प्रभाव से संन्यास ले लिया.

ओझा ने 2013 में वेस्टइंडीज के खिलाफ मुंबई में सचिन तेंदुलकर के विदाई टेस्ट में आखिरी बार भारत के लिए खेला था. उस टेस्ट मैच में ओझा ने 10 विकेट लिए थे और इसके लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार भी मिला था.

प्रज्ञान ओझा

उन्होंने अपने करियर में 2009 से 2013 के बीच 24 टेस्ट में 113 विकेट लिए हैं. इसके अलावा उन्होंने भारत के लिए 18 एकदिवसीय और 6 टी 20 आई मैच भी खेले.

33 वर्षीय ओझा ने 2008 में कराची में बांग्लादेश के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया था. एक साल बाद, उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया.

ओझा ने ट्वीट कर इस बात का ऐलान किया. उन्होंने ट्वीट किया,"मैं अंतरराष्ट्रीय और प्रथम श्रेणी क्रिकेट से तुरंत प्रभाव से संन्यास ले रहा हूं."

साथ ही इस खिलाड़ी ने लिखा,"भारत के लिए इस स्तर पर खेलना हमेशा से मेरा सपना था."

वो 2009 में आईपीएल की विजेता टीम डेक्कन चार्जर्स के एक प्रमुख सदस्य थे. उन्होंने इंडियन प्रीमियर लीग में आखिरी बार 2015 में मुंबई इंडियंस के लिए मैच खेला था.

स्पिनर प्रज्ञान ओझा

उन्होंने कहा,"इंडियन प्रीमियर लीग के साथ मेरी यात्रा यादगार रही है और पर्पल कैप की जीत मेरे लिए हमेशा एक अमिट याद रहेगी. टीम डेक्कन चार्जर्स और मुंबई इंडियंस को मुझे उनकी विरासत का हिस्सा बनाने के लिए खास शुक्रिया."

ओझा ने आईपीएल में 92 मैचों में 89 विकेट लिए है. उन्होंने अपना पिछला मैच प्रथम श्रेणी मैच के रूप में नवंबर 2018 में बिहार के लिए खेला था.

स्पिनर का करियर

ओझा ने आगे लिखा,"मैं वीवीएस लक्ष्मण का बहुत आभारी हूं, जिन्होंने मुझे एक बड़े भाई की तरह मेंटॉर किया. वेंकटपति राजू का भी आभारी हूं, जो मेरे आदर्श थे और मैंने हमेशा उनका अनुकरण किया. हरभजन सिंह को निरंतर सलाह देने और एमएस धौनी को मुझे भारतीय कैप पहनने के लिए सम्मानजनक अवसर प्रदान करने के लिए धन्यवाद देता हूं."

उन्होंने आगे कहा,"मेरे लिए सबसे यादगार क्षण महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर से मेरे टेस्ट कैप को प्राप्त करने का, फिर देश के लिए 100 टेस्ट विकेट लेने की उपलब्धि को पूरा करना है. मुझे उम्मीद है कि मैं हर क्षमता में भारतीय क्रिकेट के विकास में योगदान देना जारी रखूंगा."

Last Updated : Mar 2, 2020, 1:34 AM IST

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