कराची : पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने पिछले महीने टीम के बल्लेबाज उमर अकमल पर तीन साल का बैन लगाया था, जिसके पीछे य कारण था कि उन्होंने भ्रष्ट संपर्कों की जानकारी पीसीबी की भ्रष्टाचार निरोधी यूनिट को नहीं दी थी. अकमल पर इतने कड़े बैन का कई पूर्व क्रिकेटर्स ने जमकर विरोध किया था. इतना ही नहीं, शोएब अख्तर ने पीसीबी पर हर खिलाड़ी के लिए अलग सजा का आरोप मढ़ दिया था. अब अकमल के बैन के मुद्दे पर पीसीबी ने अपनी बात सामने रखी है.
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) की अनुशासन समिति के अध्यक्ष के अनुसार, उमर अकमल ने भ्रष्ट संपर्कों की जानकारी देने में नाकाम रहने के लिए किसी तरह का पछतावा नहीं दिखाया और ना ही उसने इसके लिए माफी मांगी. अनुशासन समिति ने इस बल्लेबाज पर लगाए गए तीन साल के प्रतिबंध पर विस्तृत फैसले में ये बात कही. न्यायमूर्ति (सेवानिवृत) फजल ए मिरान चौहान ने पीसीबी को विस्तृत फैसला सौंप दिया है.
अकमल को पीसीबी की भ्रष्टाचार निरोधक संहिता के तहत दो आरोपों का दोषी पाया गया जिसके कारण वो 19 फरवरी 2023 तक किसी तरह की क्रिकेट गतिविधियों में भाग नहीं ले पाएंगे.न्यायमूर्ति चौहान ने अपने फैसले में कहा, “ऐसा लगा कि वो (उमर अकमल) पछतावा दिखाने या माफी मांगने के लिये तैयार नहीं था. उसने ये स्वीकार किया कि वो भ्रष्टाचार निरोधक संहिता के तहत अपनी जिम्मेदारी निभाने में नाकाम रहा.” उन्होंने आगे कहा, “इसके बजाय उसने यह कहकर बचने की कोशिश की इससे जब भी उससे इस तरह के संपर्क किये गये थे उसने उनकी जानकारी दी थी.”