कराची : पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के अध्यक्ष एहसान मनी ने कहा, ‘‘हमने मुआवजे के मामले में लगभग 22 लाख डॉलर खर्च किए, जो हमने गंवा दिए. उन्होंने कहा कि इस मामले में भारत को भुगतान की गई राशि के अलावा अन्य खर्च कानूनी फीस और यात्रा से संबंधित थे.''
बीसीसीआई से मुकदमा हारने के बाद पीसीबी ने BCCI को मुआवजे के 10.98 करोड़ रुपये दिए - 16 लाख डॉलर
पीसीबी ने आईसीसी की विवाद समाधान समिति में मुकदमा हारने के बाद बीसीसीआई को मुआवजे के रूप में 16 लाख डॉलर (करीब 10 करोड़ 98 लाख 2 हजार 800 रुपये) की राशि दी है.
![बीसीसीआई से मुकदमा हारने के बाद पीसीबी ने BCCI को मुआवजे के 10.98 करोड़ रुपये दिए](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/images/768-512-2730981-182-71594abb-d3ae-4ed6-bf96-6a9f35c197b6.jpg)
सात करोड़ अमरीकी डालर के मुआवजे का दावा
पीसीबी ने पिछले वर्ष बीसीसीआई के खिलाफ आईसीसी की विवाद समाधान समिति के समक्ष लगभग सात करोड़ अमरीकी डालर के मुआवजे का दावा करते हुए मामला दायर किया था. पीसीबी ने बीसीसीआई पर दोनों बोर्डों के बीच समझौता ज्ञापन का सम्मान नहीं करने का मामला दर्ज किया किया था. इस समझौते के मुताबिक 2015 से 2023 तक भारत को पाकिस्तान के खिलाफ छह द्विपक्षीय श्रृंखला में खेलना था जिसे बीसीसीआई ने नहीं माना.
भारतीय क्रिकेट बोर्ड की दलील थी कि वे पाकिस्तान से इसलिए नहीं खेल पा रहे है क्योंकि सरकार ने इसकी अनुमति नहीं दी. भारत ने पाकिस्तान के उस दावे को भी खारिज कर दिया जिसमें उन्होंने समझौता ज्ञापन को कानूनी रूप से बाध्यकारी बताया था. बीसीसीआई ने कहा है कि वह महज एक प्रस्ताव था.