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'मिसबाह उल हक से मांगा जाएगा उनके और टीम के प्रदर्शन का हिसाब-किताब'

पीसीबी के चेयरमैन एहसान मनी ने कहा कि मिसबाह उल हक से उनके और टीम के प्रदर्शन के बारे में पूछा जाएगा और भविष्य के लिए उनकी योजना क्या है.

मिसबाह उल हक
मिसबाह उल हक

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Published : Sep 7, 2020, 2:12 PM IST

कराची : मुख्य कोच और मुख्य चयनकर्ता मिसबाह उल हक को अपने सालाना मूल्यांकन के दौरान कुछ कड़े सवालों का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि टीम का प्रदर्शन इंग्लैंड में काफी खराब रहा था लेकिन ऐसा लगता है कि उन पर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) का भरोसा जारी रहेगा. पिछले 12 महीनों में पाकिस्तान ने दो टेस्ट जीते हैं और तीन गंवाए हैं, जबकि टीम ने तीन वनडे मैच (एक मैच बारिश की भेंट चढ़ गया) में से दो और 12 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों (तीन बारिश के कारण धुल गए) में से तीन में जीत दर्ज की. हाल में टीम इंग्लैंड से टेस्ट सीरीज 0-1 से गंवा बैठी और टी20 सीरीज 1-1 से बराबर रही.

एहसान मनी

कुछ पूर्व खिलाड़ियों को लगता है कि मिसबाह का बोझ कुछ कम करने के लिए उन्हें दो महत्वपूर्ण पदों से में से एक में राहत दे देनी चाहिए. पीसीबी के चेयरमैन एहसान मनी ने कहा कि वे मिसबाह के साथ आगे के बारे में चर्चा करेंगे. उन्होंने कहा, ''मिसबाह से उनके और टीम के प्रदर्शन के बारे में पूछा जाएगा और भविष्य के लिए उनकी योजना क्या है. वो हमेशा ही अपने काम के प्रति जवाबदेह रहे हैं और उनकी मूल्यांकन प्रक्रिया के अंतर्गत पीसीबी क्रिकेट समिति उनसे साक्षात्कार करेगी."

दूसरी ओर, खेल पंचाट (कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स) ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) और टेस्ट बल्लेबाज उमर अकमल को 20 दिन के अंदर लिखित दलीलें पेश करने के लिए कहा है. पीसीबी ने स्पॉट फिक्सिंग के मामले में उमर पर तीन साल का प्रतिबंध लगाया था जिसे पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश, न्यायमूर्ति (सेवानिवृत) फकीर मुहम्मद खोखर ने स्वतंत्र न्यायाधीश की हैसियत से घटाकर 18 महीने कर दिया था.

मिसबाह उल हक

पीसीबी ने इसके बाद उमर की सजा को बरकरार रखने के लिए पंचाट का दरवाजा खटखटाया जबकि इस बल्लेबाज ने प्रतिबंध पूरी तरह से हटाने के लिए याचिका दायर की है. उमर से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि उनके अधिवक्ता को पंचाट से एक ईमेल मिला है जिसमें 20 दिनों के अंदर दलीलें पेश करने को कहा गया है. उन्होंने कहा, ''पंचाट को मामले पर फैसला करने में लगभग तीन महीने लगेंगे और दोनों पक्षों की लिखित दलीलों / बयानों का आकलन करने के बाद सुनवाई के लिए तारीख मिलने की संभावना है."

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