देखिए सवेरा पाशा का एक्सक्लूजिव इंटरव्यू हैदराबाद :पाकिस्तान की मशहूर स्पोर्ट्स प्रेजेंटर सवेरा पाशा ने ईटीवी भारत के साथ बातचीत की. इस खास बातचीत में उन्होंने अपनी निजी जिंदगी, प्रोफेशन, आने वाले स्पोर्ट्स प्रेजेंटर के लिए खास मैसेज दिया है.
शोबिज परिवार से ताल्लुक रखने वाली पाशा ने कहा कि उनका स्पोर्ट्स प्रेजेंटर बनना एक अनोखी कहानी है. सवेरा के माता और पिता पाकिस्तानी ड्रामा इंडस्ट्री में प्रोड्यूसर्स रहे हैं. उनकी बहन भी मॉर्निंग शो क्वीन है.
उन्होंने बताया, "जब मैंने एमबीए किया तो मेरे पिताजी बहुत खुश थे कि मैं बैंक में काम करूंगी और शोबिज से दूर रहूंगी. पाकिस्तान में हमको 'कपूर परिवार' कहा जाता है क्योंकि मेरा पूरा परिवार शोबिज में है. मैंने एक्टिंग से शुरुआत की, फवाद खान के साथ मेरा ड्रामा इंडस्ट्री में डेब्यू हुआ. 2010 में मेरी शादी हुई और मेरे पति ने मुझे कहा कि मैं स्पोर्ट्स में कुछ क्यों नहीं करती क्योंकि स्पोर्ट्स मुझे बेहद पसंद था. क्रिकेट से मुझे ज्यादा लगाव इसलिए है क्योंकि मेरा मायका कारची स्टेडियम के बिलकुल पीछे है और मैंने वहां के कई मैच देखे हैं. 2011 में मुझे विश्व कप के दौरान चैनल से कॉल आया और मैंने इस तरह अपना सफर शुरू किया."
महिलाओं के बीच इस प्रोफेशन को लेकर कितनी कॉम्पिटिशन है, इस बात पर सवेरा ने कहा, "अभी भी कम है. आप उंगलियों पर गिन सकते हैं जो लड़कियां पाकिस्तान से इस प्रोफेशन में हैं."
फीमेल स्पोर्ट्स प्रेजेंटर होने के फायदे और नुकसान के बारे में उन्होंने कहा, "सबसे बड़ा नुकसान ये है कि अगर आप पुरुष क्रिकेट को कवर करते हैं तो अगर आप किसी क्रिकेटर के साथ अकेले दिख गए तो लोग गलत सोच दिमाग में बना लेते हैं. सबको लगने लगता है कि अफेयर चल रहा है. फायदा ये होता है कि फीमेल पर लोग भरोसा ज्यादा करते हैं. पुरुषों से तुनला करें तो खिलाड़ी आप पर ज्यादा और जल्दी भरोसा कर लेते हैं."
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क्रिकेट में ग्लैमर का होना कितना सही और कितना गलत है? इस सवाल के जवाब में सवेरा ने बताया, "टी-20 लीग एक मनोरंजन है. इसको हमें इंटरटेनमेंट की तरह ही लेना चाहिए. ये बात सही है कि लाइमलाइट में कई खिलाड़ी आते हैं लेकिन ये 'पिक एंड चूज' की जगह नहीं है, 'पिक एंड चूज' की जगह घरेलू क्रिकेट है. तो ग्लैमर टी-20 फॉर्मेट तक ठीक है. टी20 एक फन फॉर्मेट है और मुझे नहीं लगता कि किसी खिलाड़ी को आप टी-20 फॉर्मेट पर जज कर सकते हैं."