नई दिल्ली: अपनी शॉट लगाने की तकनीक से एक कठिन पिच को सरल दिखाने वाले बल्लेबाज रोहित शर्मा के बारे में युवराज सिंह ने कहा कि उनकी टी-20 विश्वकप फाइनल की पारी अब सभी भूल चुके हैं जबकि उस पारी के बदौलत भारतीय टीम फाइनल में सम्मानजनक स्कोर खड़ा कर सकी थी.
बता दें कि अपने पुल शॉट के साथ दर्शकों को मोहित करने वाले रोहित शर्मा आमतौर पर धीमी शुरुआत करते हैं और उनको देख कर ऐसा लगता है कि एक बार शतक लगाने के बाद ही वो अपनी पारी शुरु करते हैं.
युवराज सिंह और रोहित शर्मा विकेट का जश्न मनाते इसके अलावा, रोहित शर्मा एकदिवसीय प्रारूप में तीन दोहरे शतक लगाने वाले एकमात्र बल्लेबाज हैं. 264 रनों के करियर के सर्वश्रेष्ठ पारी खेलने वाले रोहित शर्मा ने खुद भी माना है कि अगर वो पहले 10 ओवर तक क्रीज पर रहे तो उन्हें आउट करना मुश्किल होता है.
2007 टी-20 विश्वकप फाइनल का स्कोर कार्ड ऐसे में भारत के पूर्व ऑलराउंडर युवराज सिंह का मानना है कि 2007 में टी 20 विश्व कप में याद रखने वाली कई चीजों हैं जिसमें से रोहित शर्मा की पारी भी एक बड़ा पल था. रोहित की पारी के दम पर निर्धारित 20 ओवरों में भारत 157/5 पर पहुंच गया था. रोहित ने 16 गेंदों पर 30 रन ठोके थे, वहीं वो 2 चौके और 1 छक्का लगाकर नाबाद रहे थे.
युवराज सिंह और रोहित शर्मा युवराज सिंह ने 2007 के पाइनल को याद करते हुए कहा कि, "लेकिन हर कोई मेरे (युवराज) और गौतम के बारे में बात करता है लेकिन किसी को भी याद नहीं है कि रोहित ने फाइनल में 18 या 20 गेंदों में 36 रन बनाए, जो वास्तव में हमें 160 तक ले गया. ये टूर्नामेंट की सबसे महत्वपूर्ण पारी थी. इरफान ने 3 विकेट लिए और मैन ऑफ द मैच रहे, लेकिन मुझे लगता है कि फाइनल में रोहित की पारी बहुत खास थी, ”
युवराज सिंह और रोहित शर्मा संयोग से रोहित ने 2007 टी 20 विश्व कप में अपनी शुरुआत की थी.