नेहरा ने मीडिया से कहा, "एक टीम में हमेशा योगदान देने वाले खिलाड़ी होते हैं लेकिन विश्व कप जैसी बड़ी प्रतियोगिता में आपको एक्स फेक्टर वाले खिलाड़ियों की जरूरत होती है. ऋषभ पंत सिर्फ योगदान देने वाला खिलाड़ी नहीं है बल्कि वह मैच विजेता है जिसे विश्व कप के लिए टीम में चुना जाना चाहिए."
विश्व कप 2011 में खिताब जीतने वाली भारतीय टीम के अहम सदस्य रहे नेहरा का मानना है कि पंत को चुनने के तीन से चार विशिष्ट कारण है."
उन्होंने कहा, ‘‘अगर आप भारत के बल्लेबाजी क्रम को देखो तो शिखर धवन के अलावा शीर्ष सात में बाए हाथ का कोई और बल्लेबाज नहीं है. दाए और बाए हाथ के संयोजन के साथ आपको विविधता की जरूरत होती है जहां ऋषभ फिट बैठता है."
इक्कीस साल का पंत बाए हाथ का बल्लेबाज है और इंग्लैंड तथा ऑस्ट्रेलिया में अपनी पहली श्रृंखला में शतक जड़ चुका है.
दक्षिण अफ्रीका में 2003 में विश्व कप फाइनल में खेलने वाले नेहरा ने कहा, ‘‘दूसरी बात, ऋषभ पहले से सातवें नंबर तक किसी भी क्रम में बल्लेबाजी कर सकता है और विराट कोहली भी और टीम प्रबंधन उसका इस्तेमाल लचीलेपन के लिए कर सकता है."
नेहरा ने जो तीसरा कारण बताया वह यह है कि पंत शुरुआत से ही आसानी से छक्के मारने में सक्षम है. इस पूर्व क्रिकेटर ने कहा कि निडर रवैया दबाव के हालात में फायदेमंद साबित होता है."