साउथैम्पटन: इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने कहा कि वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में कार्यवाहक कप्तान बेन स्टोक्स के फैसले पर सवाल उठाने के बाद भी टीम के लिए बल्लेबाजी सरदर्द बनी हुई है.
जर्मन ब्लैकवुड की शानदार बल्लेबाजी से वेस्टइंडीज ने चार विकेट की यादगार जीत दर्ज कर तीन मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त कायम कर ली.
अनुभवी स्टुअर्ड ब्रॉड को टीम में शामिल नहीं करने पर मैच से पहले ही इस फैसले पर सवाल उठने लगे थे. स्टोक्स ने इसके बाद टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया जो टीम के खिलाफ गया. इंग्लैंड की पहली पारी 204 रन पर सिमट गई थी.
52 वर्षीय हुसैन ने कहा, 'ब्रॉड के मुद्दे या टॉस जीत कर बल्लेबाजी के फैसले पर ध्यान नहीं भटकाइए. इंग्लैंड की टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए 204 रन पर आउट हो गई. यह अब भी उनकी लिए सिरदर्द की तरह है.'
उन्होंने कहा, 'टीम ने साउथ अफ्रीका में अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन यहां इंग्लैंड में ड्यूक गेंद से वह पारी की शुरुआत में लड़खड़ा गए और रूट की गैरमौजूदगी में यह किसी बुरे सपने की तरह था. इंग्लैंड के लिए यह अब भी अहम मामला है.'
दोनों टीमें यहां से मैनचेस्टर रवाना होंगी जहां तीन मैचों की सीरीज का दूसरा मुकाबला गुरुवार से खेला जाना है. हुसैन का मानना है कि इंग्लैंड को सीरीज जीतने के लिए दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ किए गए बल्लेबाजी प्रदर्शन को दोहराना होगा.
स्टुअर्ड ब्रॉड और बेन स्टोक्स उन्होंने कहा, 'ओल्ड ट्रैफर्ड में उन्हें अच्छी पिच मिलेगी. रूट वापस आ गए हैं और उन्हें वैसी बल्लेबाजी करनी होगी जैसा कि उन्होंने साउथ अफ्रीका और न्यूजीलैंड में किया था. उन्हें 204 पर आउट होने से बचना होगा.'
हुसैन ने कहा कि इंग्लैंड की टीम ने वेस्टइंडीज को कमतर आंका, अगर यह एशेज सीरीज का मैच होता तो ब्रॉड जरूर खेलते. उन्होंने कहा, 'ब्रॉड के बारे में मैं बस इतना ही कहूंगा कि अगर यह एशेज सीरीज का पहला टेस्ट होता, तो क्या वह खेल रहे होते. मैं कहूंगा, हां, 100 फीसदी? तो वह वेस्टइंडीज के खिलाफ क्यों नहीं खेल रहे थे?'