नई दिल्ली : पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि 38 वर्षीय धोनी को शानदार विदाई दी जाएगी भले ही अभी ये पता नहीं कि खेल कब शुरू हो पाएंगे.
धोनी को संन्यास ले लेना चाहिए था
अख्तर ने एक समाचार एजेंसी से बातचीत में कहा, ''इस खिलाड़ी ने अपनी पूरी क्षमता से क्रिकेट की सेवा की है. उन्हें पूरे सम्मान के साथ क्रिकेट को अलविदा कहना चाहिए. मैं नहीं जानता कि उन्होंने इसे इतना लंबा क्यों खींचा. उन्हें विश्व कप के बाद ही संन्यास ले लेना चाहिए था.''
मैं खेल को शत प्रतिशत नहीं दे पा रहा था
उन्होंने कहा, ''अगर मैं उसकी जगह होता तो मैं संन्यास ले चुका होता. मैं छोटे प्रारूपों में तीन-चार साल और खेल सकता था लेकिन मैंने (विश्व कप 2011 के बाद) संन्यास ले लिया क्योंकि मैं खेल को शत प्रतिशत नहीं दे पा रहा था. इसलिए फैसले के लिए इंतजार क्यों करो.''
शानदार विदाई के हकदार हैं
धोनी ने पिछले साल जुलाई में विश्व कप सेमीफाइनल के बाद कोई प्रतिस्पर्धी मैच नहीं खेला है. वो आईपीएल की तैयारियों में जुटे थे लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण अब इस टूर्नामेंट पर अनिश्चितता के बादल मंडरा रहे हैं. अगर वो आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन करते तो उनकी अक्टूबर-नवंबर में होने वाले टी20 विश्व कप में खेलने की संभावना बनी रहती.
न्यूजीलैंड के खिलाफ 2019 विश्वकप सेमीफाइनल में रन आउट हुए धोनी अख्तर का मानना है कि धोनी अब अधर में लटके हैं लेकिन विपरीत परिस्थितियों के बावजूद वह शानदार विदाई के हकदार हैं. उन्होंने कहा, ''एक देश के तौर पर आपको उन्हें पूरे सम्मान और गरिमा के साथ विदाई देनी चाहिए. उन्होंने आपके लिए विश्व कप जीता और भारत की तरफ से शानदार प्रदर्शन किया है, वो बहुत अच्छा इंसान भी है लेकिन अभी लगता है कि वह अधर में लटका है.''
सेमीफाइनल में टीम को जीत नहीं दिला पाया
अख्तर ने कहा कि धोनी को पिछले साल विश्व कप के बाद ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह देना चाहिए था. उन्होंने कहा, ''जब वो (न्यूजीलैंड के खिलाफ) सेमीफाइनल में टीम को जीत नहीं दिला पाया, मुझे लगता है कि उसे तभी संन्यास ले लेना चाहिए था लेकिन उसने ऐसा क्यों नहीं किया, इसका जवाब वही दे सकता है.