हैदराबाद :भारतीय क्रिकेट टीम के सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल आज 29 वर्ष के हो गए हैं. कर्नाटक के इस खिलाड़ी का पूरा नाम मयंक अनुराग अग्रवाल है और उनका जन्म बेंगलुरू में हुआ था. मयंक अग्रवाल ने पहली बार सुर्खियां तब बटोरी थीं जब उन्होंने 2010 अंडर-19 वर्ल्ड कप टूर्नामेंट में भारत के लिए सबसे सबसे ज्यादा रन बनाए थे. फिर क्या था, अग्रवाल ने अपना लक्ष्य टीम इंडिया में जगह बनाने का रखा और ठीक आठ साल के बाद उन्होंने खुद को सलामी बल्लेबाज के तौर पर टीम में स्थापित कर लिया है.
हालांकि अग्रवाल का अंडर-19 विश्व कप से सीनियर टीम इंडिया का सफर बिलकुल भी आसान नहीं था. न्यूजीलैंड में खेले गए अंडर-19 विश्व कप 2010 के बाद उन्होंने कर्नाटक प्रीमियर लीग में भी कमाल की बल्लेबाजी करते हुए मैन ऑफ द सीरीज बन गए. इसके दमपर उनको आईपीएल में जगह मिल गई. रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर ने उनकी काबिलियत को परखा और टीम में जगह दे दी.
आरसीबी के बाद उनको दिल्ली की टीम ने खरीदा फिर 2017 का सीजन उन्होंने राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स के लिए खेला और 2018 से वे किंग्स इलेवन पंजाब का हिस्सा है.
घरेलू क्रिकेट में आग उगलता है बल्ला
साल 2017 में अग्रवाल ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में कार्नाटक के लिए महाराष्ट्र के खिलाफ रणजी ट्रॉफी में अपना पहला तिहरा शतक जड़ा था. उस सीजन वे टूर्नामेंट के सबसे ज्यादा रन बनाने वाले क्रिकेटर बन गए थे.
उसी साल विजय हजारे ट्रॉफी में उनके बल्ले से खूब रन बरसे थे और उन्होंने आठ मैचों में 723 रन बनाए थे और सीजन के सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए थे.
साल 2018 से शुरू हुआ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का सफर
साल 2018 में अग्रवाल को विंडीज के खिलाफ टेस्ट टीम में जगह मिली थी, हालांकि वो तब प्लेइंग 11 में शामिल नहीं हो सके थे. उसकी साल दिसंबर में ऑस्ट्रेलियाई दौरे के लिए उनको टेस्ट टीम में शामिल किया गया. मेलबर्न में उन्होंने अपने डेब्यू मैच की पहली पारी में 76 रन बनाए थे.