बर्मिघम: विश्व कप जीतने के बाद इंग्लैंड के सामने अब एक और बड़ी सीरीज-एशेज सीरीज इंतजार कर रही है जहां वो ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैदान पर उतरेगी. इस सीरीज की शुरुआत गुरुवार से बर्मिघम में हो रही है और इसी के साथ आईसीसी विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप की शुरुआत भी होगी.
टेस्ट चैम्पियनशिप के आने से खेल के लंबे प्रारुप में निश्चित तौर पर रोमांच बढ़ेगा. इस चैम्पियनशिप का अंत जुलाई 2021 में होगा जिसकी विजेता एक टीम होगी.
इंग्लैंड की टेस्ट टीम ने हालांकि अभी आयरलैंड के खिलाफ मैच खेला था जहां उसे परेशानी हुई थी. वह ऑस्ट्रेलिया जैसी टीम के खिलाफ उस तरह के प्रदर्शन को दोहराने की गलती नहीं कर सकती क्योंकि आयरलैंड के खिलाफ इंग्लैंड को वापसी का मौका मिल गया था लेकिन टेस्ट में अपनी बादशाहत को दोबारा हासिल करने के लिए उतारु ऑस्ट्रेलिया इस तरह के मौके नहीं देगी.
पीछले एक साल में ऑस्ट्रेलिया का रिकॉर्ड खराब
ऑस्ट्रेलिया का टेस्ट में रिकॉर्ड बीते एक साल में अच्छा नहीं रहा है लेकिन इस सीरीज से उसके दो बेहतरीन बल्लेबाज स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर वापसी कर रहे हैं. साथ ही कैमरून बैनक्रॉफ्ट भी मैदान पर उतरने को तैयार हैं. यह तीनों बॉल टेम्परिंग विवाद में प्रतिबंध झेलने के बाद आ रहे हैं और अपने आप को साबित करने के लिए बेकरार होंगे.
विश्व कप में स्मिथ और वॉर्नर ने बेहतरीन बल्लेबाजी की थी. अगर यह दोनों उसी फॉर्म को बरकरार रखने में सफल रहे तो इंग्लैंड के लिए परेशानी हो सकती है.
उस्मान ख्वाजा भी फिटनेस टेस्ट में पास हो गए हैं और अंतिम-11 का हिस्सा बनने के लिए तैयार हैं. गेंदबाजी में ऑस्ट्रेलिया थोड़ा संभल कर चुनाव करेगी. टीम के कप्तान टिम पेन ने साफ कर दिया है कि पैट कमिंस, मिशेल स्टार्क और जोश हेजलवुड एक साथ मैदान पर नहीं उतारेंगे. यह फैसला इन तीनों के करियर को लंबा विस्तार देने के लिहाज से लिया है.