मैनचेस्टर: कोरोनावायरस महामारी के बीच इंग्लैंड ने वेस्टइंडीज के साथ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज खेली थी और 2-1 से जीतने में भी सफल रही थी.
अब उसके सामने पाकिस्तान की चुनौती है और मेजबान टीम चाहेगी कि वह अपना विजयी क्रम जारी रखे और आईसीसी टेस्ट चैम्पियनशिप में अपनी स्थिति मजबूत करे. इसी इरादे से वह बुधवार से यहां ओल्ड ट्रेफर्ड मैदान पर शुरू हो रहे पहले टेस्ट मैच में उतरेगी.
विंडीज को मात देने के बाद इंग्लैड चैम्पियनशिप में अंकतालिका में तीसरे नंबर पर आ गई है. अगर वह पाकिस्तान को इस तीन मैचों सीरीज में हरा देती है तो अंकतालिका में वह ऑस्ट्रेलिया को हटाकर दूसरे स्थान पर आ जाएगी. इंग्लैंड ने इस सीरीज के लिए भी वही टीम चुनी है जो वेस्टइंडीज के खिलाफ खेली थी.
विंडीज के खिलाफ सीरीज में स्टुअर्ट ब्रॉड और जेम्स एंडरसन को एक साथ अंतिम-11 में शामिल न करने पर सवाल उठे थे. यह दोनों सिर्फ तीसरे मैच में ही एक साथ उतरे थे जबकि पहले मैच में ब्रॉड बाहर थे तो दूसरे मैच में एंडरसन.
कई पूर्व खिलाड़ियों का मानना है कि इन दोनों को एक साथ खेलना चाहिए. इंग्लैंड में यही दोनों गेंदबाज ऐसे हैं जिन्होंने टेस्ट में 500 विकेट लिए हैं. प्रदर्शन रहा है उसे देखते हुए इंग्लैंड इन्हें हल्के में नहीं ले सकती.
वहाब रियाज और मोहम्मद अब्बास के रूप में उनके पास अनुभव भी है. पाकिस्तान इस मैच में दो स्पिनरों के साथ उतर सकता है. इस बात की संभावना कोच मिस्बाह उल हक जता चुके हैं. उन्होंने कहा था कि इस पर अंतिम फैसला मैच से पहले पिच और मौसम को देखकर लिया जाएगा.