नई दिल्ली : भारतीय क्रिकेटर सुरेश रैना ने सोमवार को कहा कि ये देखकर दुख होता है कि पूरी दुनिया में जारी कोरोनावायरस संकट के बीच भी घरेलू हिंसा और बच्चों के साथ हिंसा जैसी अमानवीय घटना घट रही है.
लोगों से अपील करता हूं कि शांत न बैठें
रैना ने ट्विटर पर कहा, "लॉकडाउन ने हमें अपने परिवार के साथ अच्छे रिश्ते बनाने के कई तरीके सिखाए हैं लेकिन साथ ही ऐसी खबरें झकझोर देती है कि लॉकडाउन के दौरान घरेलू हिंसा और बाल शोषण जैसे अपराधों के मामले दुनियाभर में कितनी तेजी से बढ़े हैं."
उन्होंने कहा, "मैं ऐसे लोगों से अपील करता हूं कि आगे आकर अपनी आवाज उठाएं और इसके खिलाफ शिकायत करें और शांत न बैठें."
घरेलू हिंसा की सामाजिक बुराई को खत्म करने का अनुरोध किया
इससे पहले, भारतीय सलामी बल्लेबाज शिखर धवन और उनकी पत्नी आयशा ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया था, जिसमें उन्होंने घरेलू हिंसा को लेकर खास संदेश दिए थे. लॉकडाउन के दौरान अपने परिवार के साथ समय बिता रहे शिखर ने लोगों से अपने लिए सही साथी का चयन कर घरेलू हिंसा की सामाजिक बुराई को खत्म करने का अनुरोध किया था.
शिखर ने ट्विटर पर एक पोस्ट में कहा था, "जब मैं अपने प्यारे परिवार के साथ घर पर समय का पूरा आनंद ले रहा हूं, ऐसे समय में मैं घरेलू हिंसा के बारे में सुनकर बहुत निराश और दुखी हूं. हमारे समाज में आज के समय में भी ये मौजूद है. इसे खत्म करने की जरूरत है. एक प्यार और उदार पार्टनरशिप को चुनें. हिंसा को ना कहें."
वर्कआउट करते हुए नजर आए
वीडियो में शिखर, पत्नी आयशा और बेटे के साथ वर्कआउट करते हुए नजर आ रहे हैं. सभी बॉक्सिंग ग्लव्स पहने एक-दूसरे के साथ बॉक्सिंग की प्रैक्टिस करते हुए दिखाई दे रहे हैं. कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण इस समय पूरी दुनिया में खेल की सभी गतिविधियां रुकी हुई हैं. ऐसे में खिलाड़ी इस समय अपने घरों के अंदर ही समय बिता रहे हैं.