लाहौर:पाकिस्तान के पूर्व लेग स्पिनर दानिश कनेरिया ने कहा है कि पाकिस्तान के हुक्मरानों और यहां के क्रिकेट बोर्ड ने उन खिलाड़ियों का साथ दिया है और दिल खोलकर स्वागत किया है, जिन्होंने चंद पैसों के लिए पाकिस्तान को 'बेचने' जैसा जघन्य अपराध किया है.
कनेरिया ने रविवार को एक वीडियो जारी किया, जिसमें उन्होंने कहा, "जो लोग ये कह रहे हैं कि मैंने ये सब अपने चैनल के लिए सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए किया है, उन्हें बता दूं कि इस बात की शुरुआत मैंने नहीं की बल्कि शोएब अख्तर ने नेशनल टेलीविजन पर इसका पहली बार जिक्र किया था."
किसी का नाम लिए बगैर कनेरिया ने कहा कि कई खिलाड़ी ऐसे हुए हैं, जिन्होंने मैच फिक्स किए और देश को 'बेच दिया' लेकिन इसके बावजूद आज वे टीम में हैं और देश के लिए खेल रहे हैं.
कनेरिया ने कहा, "लोग कह रहे हैं कि मैं पाकिस्तान के लिए 10 साल खेला लेकिन मैं 10 साल अपनी खून की कीमत पर खेला. मैंने क्रिकेट पिच पर अपना खून दिया. मैंने तब भी गेंदबाजी जारी रखी, जब मेरी अंगुलियों से खून निकलता रहता था. यहां तो कुछ लोग ऐसे हैं, जिन्होंने अपने देश को ही बेच दिया और आज वे टीम में खेल रहे हैं. मैंने पैसे के लिए कभी अपने देश को नहीं बेचा."
इस बीच, पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने साफ किया है कि कनेरिया के सम्बंध में दिए गए उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया गया है. अख्तर के मुताबिक उन्होंने ये कभी नहीं कहा कि हिंदु होने के नाते पाकिस्तानी टीम में कनेरिया के साथ गलत व्यवहार होता था.
अख्तर ने कहा कि पाकिस्तानी टीम में कभी भी इस तरह की संस्कृति नहीं रही है और खासतौर पर धर्म के आधार पर कभी भी किसी खिलाड़ी के साथ भेदभाव नहीं किया गया.
अख्तर ने गुरुवार को आरोप लगाया था कि पाकिस्तानी टीम में कुछ खिलाड़ी थे तो उन्हें टीम में नहीं चाहते थे क्योंकि वे हिंदु धर्म के थे. इसके बाद स्पॉट फिक्सिंग के कारण प्रतिबंध झेल रहे कनेरिया ने कहा था कि कुछ खिलाड़ी थे, जिन्होंने उन्हें निशाने पर लिया था लेकिन उन पर कभी भी धर्म परिवर्तन का दबाव नहीं था.