लंदन:ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कोच डेरेन लीमैन का मानना है कि अलग-अलग प्रारूपों में अलग कोच भारतीय क्रिकेट और पूरी दुनिया का भविष्य है क्योंकि काम और परिवार के बीच संतुलन बनाना मुश्किल होता जा रहा है.
लीमैन ने कहा कि प्रारूपों के अनुसार जिम्मेदारी बांटने से कोच अधिक समय तक काम कर पाएंगे. इंग्लैंड की विश्व कप विजेता टीम के कोच ट्रेवर बेलिस के साथ एक शो में लीमैन ने कहा कि परिवार से साल भर में छह महीने से अधिक समय तक दूर रहने से कोच पर काफी दबाव बनता है.
लीमैन ने कहा, "मुझे लगता है कि अलग-अलग प्रारूपों में अलग कोच भारत और यहां का भविष्य है. आप साल में 200 दिन दूर नहीं रह सकते. यह परिवार पर काफी दबाव है और एकमात्र कोच पर भी काफी दबाव रहता है."
उन्होंने कहा, "अगर आपको लंबे समय तक कोचों की सेवाएं लेनी हैं तो आपको भूमिका बांटनी होगी."
इस महीने की शुरुआत में इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने भी कहा था कि भारत के लिए दो अलग कोचों की नियुक्ति शायद बेहतर होगी.