हैदराबाद:दुनियाभर में बाएं हाथ के लेग स्पिनर गेंदबाज काफी कम होते हैं, हालांकि इस प्रकार के गेंदबाजों को चाइनामैन कहा जाता है. ये टर्म 'चाइनामैन' वेस्टइंडीज के स्पिनर एलिस एचोंग से आया है. साल 1933 में इंग्लैंड और विंडीज के बीच ओल्ड ट्रैफर्ड में टेस्ट मैच खेला गया था. एलिस की गेंद उस मैच में इतनी खतरनाक साबित हो रही थी जिससे इंग्लिश बल्लेबाज वॉल्टर रॉबिन्स को आउट हो गए थे. उन्होंने कलाई का प्रयोग कर इस तरह गेंद डाली जो जमीन पर गिरी और टर्न हो कर सीधे ऑफ स्टंप पर जा लगी. एचोंग चीनी मूल के खिलाड़ी थे और वॉल्टर जैसे ही आउट हो कर लौटने लगे तब एचोंग पर कमेंट किया - चाइनामैन ने आउट कर दिया. तभी से बाएं हाथ के लेग स्पनिर्स को चाइनामैन कहा जाने लगा. आईपीएल 2020 की बात करें तो इस लीग में एक चाइनामैन बॉलर है, वो कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए खेलते हैं. वो और कोई नहीं बल्कि भारत के लिए तीनों फॉर्मेट खेलने वाले गेंदबाज कुलदीप यादव हैं.
आपको बता दें कि केकेआर के गेंदबाजी विभाग में एक से बढ़ कर एक तेज गेंदबाज हैं साथ ही स्पिन डिपार्टमेंट कुलदीप यादव, सुनील नरेन और वरुण चक्रवर्ती संभाल रहे हैं. कुलदीप यादव भारत के लिए तीनों फॉर्मेट में 5 विकेट हॉल ले चुके हैं. इतना ही नहीं वे पहले भारतीय गेंदबाज हैं जिन्होंने दो बार वनडे में हैट्रिक ली है, ऐसे सफेद गेंद क्रिकेट के इतने जबरदस्त गेंदबाज को आईपीएल 2020 के लगातार तीन मैचों के लिए प्लेइंग 11 से बाहर रखा गया, अब क्या वे अगला मैच खेलेंगे?
आईपीएल 2020 में केकेआर ने 10 अक्टूबर तक छह मैच खेल लिए हैं जिसमें से उन्होंने चार में जीत हासिल की है और दो में हार का सामना किया है. इस टीम की गेंदबाजी इतनी शानदार है कि कई बार इस सीजन टीम के गेंदबाजों ने ही टीम को जीत दिलाई है. तेज गेंदबाजों ने जहां एक ओर अपनी गति से बल्लेबाजों को परेशान किया है वहीं स्पिनर्स ने बल्लेबाजों को अपनी फिरकी में फंसाया है. हालांकि भारत के स्टार स्पिनर, चाइनामैन के टीम में होते हुए टीम उनका सही तरीके से प्रयोग नहीं कर पा रही है.
अब तक खेले गए छह मैचों में कुलदीप को शुरुआत के तीन मैचों में खेलने का मौका दिया गया उसके बाद के तीन मैचों में उनको बेंच पर बैठा दिया गया. इस बात में कोई दोराय नहीं है कि यादव दुनिया के बेहतरीन लेग स्पनिर्स में से एक हैं. कप्तान दिनेश कार्तिक ने कुलदीप को टीम से बाहर रख कर वरुण और सुनील पर भरोसा जताया है, लेकिन क्या ऐसा करना उनकी टीम के लिए सही साबित होगा? आपको बता दें कि पिछले आईपीएल सीजन आरसीबी के खिलाफ मैच में मोईन अली ने कुलदीप के ओवर में खूब रन बटोर लिए थे, उनके उस मैच के बाद कप्तान कार्तिक ने उनको टीम से बाहर ही कर दिया था. किसी भी मैच में अगर कोई गेंदबाज ज्यादा रन दे देता है तो इसका मतलब ये नहीं होता कि गेंदबाज खराब है. दरअसल, केकेआर और आरसीबी के उस मैच के बाद यादव को ड्रॉप कर दिया गया और पूरे सीजन प्लेइंग 11 में जगह नहीं मिली. जहां कप्तान की जिम्मेदारी बनती है कि वो अपनी टीम के खिलाड़ियों को बैक करे और उनका हौसला बढ़ाए वहीं कार्तिक ने पिछले सीजन कुलदीप को ड्रॉप करने पर सवाल खड़े हुए.
सभी स्पिनर्स के मुकाबले इस सीजन सबसे कम मौके मिले कुलदीप को
कुलदीप ने तीन मैच खेले जिसमें उनको 9 ओवर गेंदबाजी करने को मिला जिसमें वे एक विकेट ही ले सके. वहीं, वरुण चक्रवर्ती ने 5 मैच खेले जिसमें उनको 20 ओवर गेंद डालने का मौका मिला और फिर उन्होंने 5 विकेट लिए. साथ ही सुनील नरेन को छह मैच खेलने का मौका मिला जिसमें वे 22 ओवर डाले और पांच विकेट लिए. कहना गलत नहीं होगा कि स्पिनर्स के मुकाबले सबसे कम मौके कुलदीप को मिले हैं.
तीनों स्पिनर्स का आईपीएल करियर