मुम्बई:महाराष्ट्र कैबिनेट ने आगामी इंडियन प्रीमियर लीग के मैचों के लिए मंजूरी दे दी है लेकिन बिना दर्शकों के.
कोरोनावायरस के प्रकोप के चलते इस वक्त आईपीएल के आयोजन पर खतरा मंडरा रहा है वहीं महाराष्ट्र के स्वास्थ मंत्री ने सबसे पहले इसपर सवाल खड़े किए थे. उन्होंने कहा था कि आईपीएल का आयोजन बाद में भी हो सकता है.
आईपीएस ट्रॉफी के साथ रोहित और धोनी इस प्रपोजल पर स्टेट कैबिनेट की मीटिंग में चर्चा हुई है उम्मीद है कि सरकार जल्द ही इसको लेकर विधानसभा में बयान जारी करेगी. आईपीएल के 13वें सीजन का आगाज 29 मार्च से मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में होगा. ओपनिंग मैच मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच खेला जाएगा.
कोरोना के चलते दवाई छिड़कते कर्मचारी बता दें कि महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के 5 मामलों सामने आए हैं. जिसके बाद सरकार ने आईपीएल को लेकर चर्चा की. महाराष्ट्र के वरिष्ठ मंत्री ने कहा, ''हम कोरोनो वायरस के मद्देनजर सभी तरह की सावधानियां बरतना चाहते हैं. हमने फैसला किया है कि राज्य में अब से कभी भी बड़ी संख्या में लोगों को एकत्रित होने की इजाजत नहीं होगी. इसके साथ ही हमारी लोगों से अपील है कि वो भी किसी भीड़ वाली जगह पर एकत्रित होने से बचें. कैबिनेट मीटिंग में आईपीएल पर चर्चा हुई और साथ ही फैसल लिया गया कि आईपीएल टूर्नामेंट को तभी इजाजत मिलेगी, जब दर्शकों को टिकट नहीं बेची जाएंगी.''
महाराष्ट्र के मंत्री का बयान एक अन्य मंत्री ने कहा, ''राज्य को बताया गया था कि बीसीसीआई को इसमें कोई परेशानी नहीं है अगर आईपीएल मैचों की टिकट ना बेची जाएं तो. आईपीएल की कमाई ज्यादातर दूसरे सोर्स जैसे टेलीविजन पर लाइव टेलीकास्ट, वेबसाइट और विज्ञापन के जरिए होती है, जो इस साल मदद करेंगी. उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने इस बारे में स्टेट कैबिनेट को जानकारी दी, जिसके बाद ये फैसला लिया गया है.''
ट्रॉफी के साथ मुम्बई की टीम हालांकि आईपीएल के आयोजन पर खड़े हो रहे सवाल को लेकर बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कहा था कि आईपीएल का आयोजन तय तारीख पर होगा और कोरोनावायरस से निपटने के लिए हर सम्भव कदम उठाए जाएंगे.