हैदराबाद: उमेश ने अपने करियर में अब तक 48 टेस्ट मैच खेले हैं. वो इशांत शर्मा, मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह के साथ भारत के सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाजी आक्रमण का हिस्सा रहे हैं. पिछले तीन वर्षों में अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद उमेश की प्रतिस्पर्धा के कारण अंतिम एकादश में जगह पक्की नहीं रही जो कि मोहम्मद सिराज के आने से अधिक कड़ी हो गई है.
उमेश ने एक क्रिकेट वेबसाइट से कहा, ''मैं अभी 33 साल का हूं और मैं जानता हूं कि मैं ज्यादा से ज्यादा अगले दो या तीन साल तक अपने शरीर को खेल के लायक फिट रख सकता हूं. इसके अलावा कुछ युवा खिलाड़ी भी आ रहे हैं. ये अच्छा है क्योंकि आखिर में इससे टीम को ही लाभ होता है.''
उन्होंने कहा, ''जब आपके पास चार या पांच टेस्ट मैच के दौरे में पांच या छह तेज गेंदबाज होते हैं तो आप दबाव और कार्यभार कम करने के लिए उनमें से प्रत्येक को दो मैचों में खिला सकते हो. इससे इन गेंदबाजों को लंबे समय तक बनाये रखने में मदद मिलेगी.''
उमेश ने कहा, ''जहां तक मेरे करियर का सवाल है तो ईश्वर का आभार है कि मैं चोटों के कारण बहुत अधिक परेशान नहीं रहा. एक तेज गेंदबाज के रूप में यह संतोषजनक है क्योंकि एक बार जब तेज गेंदबाज चोटिल होना शुरू होता है तो वो संघर्ष करने लग जाता है और इससे उसका करियर घट जाता है.''