नई दिल्ली : इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का लीग चरण खत्म हो गया है. भारतीय टीम का हिस्सा रहे दो खिलाड़ियों का इस दौरान प्रदर्शन इतना खराब रहा कि चयनकर्ताओं को ऑस्ट्रेलियाई दौरे के लिए इन दोनों को टीम से बाहर करना पड़ा.
केदार जाधव 35, और शिवम दुबे 27 कोविड-19 से पहले सीमित ओवरों की टीम का हिस्सा थे, लेकिन चयनकर्ताओं ने इन दोनों को ऑस्ट्रेलियाई दौरे के लिए टीम में नहीं चुना.
केदार और दुबे दोनों वनडे और टी-20 टीम के सदस्य के तौर पर न्यूजीलैंड गए थे और उससे पहले भारत में ही खेली गई वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे और टी-20 सीरीज और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई वनडे और टी-20 सीरीज का भी हिस्सा थे. दुबे घर में श्रीलंका के खिलाफ हुई सीरीज में भी टीम का हिस्सा थे.
आईपीएल में खराब प्रदर्शन ने हालांकि इन दोनों के अंतरराष्ट्रीय करियर को रोक दिया है. खासकर जाधव के जिनकी चेन्नई सुपर किंग्स टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन न करने के कारण काफी आलोचना की गई.
दुबे को भारतीय टीम में सफलता से ज्यादा विफलताएं मिलीं. उन्होंने अपनी कुछ पारियों में 13, नाबाद 8, 3, 12, 5 रन बनाए. उन्होंने जो आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच खेला उसमें एक ओवर फेंका था और 34 रन खर्च किए थे.
जाधव के हिस्से थोड़ी सफलता आई. उन्होंने जो आखिरी टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले थे उनमें नौ गेंदों पर 27 और दूसरे मैच में 15 गेंदों पर 27 रन बनाए थे. उन्होंने गेंदबाजी ज्यादा नहीं की थी.
भारत के पूर्व मुख्य चयनकर्ता किरन मोरे ने कहा, "मैं जाधव के लिए ईमानदारी यह कहना चाहता हूं कि उन्हें चेन्नई से खेलते हुए शीर्ष क्रम में ज्यादा मौके नहीं मिले. वो जब बल्लेबाजी में संघर्ष कर रहे थे, फिर भी उन्हें निचले क्रम में खेलाया गया."
मोरे ने कहा, "जब वह बल्लेबाजी करने आते थे, आमतौर पर उन्हें दो-तीन ओवर ही बल्लेबाजी करने का मौका मिलता था. एक बल्लेबाज के लिए यह काफी कम है."
आईपीएल के पहले मैच में जाधव को बल्लेबाजी करने का मौका नहीं मिला जबकि सात अन्य बल्लेबाजों को मौका मिल चुका था. दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ भी उन्हें मौका नहीं मिला, रवींद्र जडेजा और महेंद्र सिंह धोनी सहित शीर्ष छह बल्लेबाजों को मौका दिया गया.
जाधव ने आईपीएल में सिर्फ एक बार नंबर-4 पर बल्लेबाजी की. यहां उन्होंने तीन रन बनाए. नंबर-5 पर भी उन्हें एक बार बल्लेबाजी करने का मौका मिला जहां उन्होंने 21 गेंदों पर 26 रन बनाए. 26 रन बनाने के बाद भी उन्हें इस स्थान पर लगाता बल्लेबाजी करने नहीं भेजा गया.
मोरे को लगता है कि दुबे के पास अभी उम्र है और वह वापसी कर सकते हैं. मोरे ने कहा, "दुबे के लिए मुझे लगता है कि उन्हे बल्लेबाजी करने के काफी कम मौके मिले, लेकिन उनकी कुछ कमजोरियां हैं और उन्हें उनको दूर करना होगा. उनके पास अभी उम्र है."
दुबे ने बल्ले से कुछ अच्छी पारियां तो खेलीं लेकिन उन्होंने ज्यादा गेंदबाजी नहीं की. उन्होंने सिर्फ आठ ओवर फेंके हैं जबकि पिछले चार मैचों में तो उन्होंने एक भी ओवर गेंदबाजी नहीं की.
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