अबु धाबी : मौजूदा चैंपियन मुंबई इंडियन्स 19 सितंबर को अबुधाबी में पहले मैच में पिछले साल के उप विजेता चेन्नई सुपरकिंग्स की टीम से भिड़ेगी. दोनों टीमों का फैन बेस काफी मजबूत है और जब ये दोनों टीमें मैदान पर उतरती हैं तो स्टेडियम में इनके फैंस सीटों पर खड़े हो जाते हैं लेकिन इस बार कोविड-19 के कारण स्टेडियम में फैंस नहीं होंगे और खाली स्टेडियम में मैच खेले जाएंगे. निश्चित तौर पर फैंस की कमी टीमों को खलेगी.
रैना और हरभजन के बिना उतरेगी टीम
वहीं दोनों टीमों की बात की जाए तो चेन्नई को लीग से पहले ही दो बड़े झटके लगे हैं. सुरेश रैना और हरभजन सिंह व्यक्तिगत कारणों से इस बार आईपीएल नहीं खेल रहे हैं. दोनों सीएसके की अहम कड़ी माने जाते थे. ऐसे में कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के लिए इन दोनों की भरपाई करना मुश्किल होगा लेकिन धोनी वो कप्तान माने जाते हैं जो किसी भी सूरत में टीम को संभाल लेते हैं और निश्चित तौर रैना-भज्जी के बिना टीम को आगे कैसे ले जाना है ये धोनी ने सोच लिया होगा.
नंबर-3 पर धोनी, रैना के स्थान पर किसी खिलाते हैं वो उसी दिन पता चलेगा. माना जा रहा है की यहां केदार जाधव, रैना की कमी पूरी कर सकते हैं क्योंकि ऋतुराज गायकवाड़ अभी भी पूरी तरह फिट नहीं हैं और इस मैच में उन्हें बाहर ही बैठना पड़ेगा.
डु प्लेसिस के लिए टीम में जगह बनाना मुश्किल
टीम की सलामी जोड़ी का दारोमदार शेन वॉटसन और अंबाती रायडू पर रहने की संभावना है. फाफ डु प्लेसिस को भी वॉटसन के साथ पारी की शुरूआत करते हुए देखा जा सकता लेकिन फाफ का खेलना विदेशी खिलाड़ियों के संयोजन पर निर्भर करेगा. नियमों के मुताबिक, प्लेइंग-11 में सिर्फ चार विदेशी खिलाड़ी ही खेल सकते हैं. इनमें से ड्वेन ब्रावो, वॉटसन का खेलना तय है.
गेंदबाजी में लुंगी नगिदी और जोस हेजलवुड में से एक का खेलना भी तय है और स्पिन में इमरान ताहिर के अलावा मिशेल सैंटनर टीम के लिए उपयोगी हो सकते हैं. अगर हरभजन होते तो वो रवींद्र जडेजा के साथ मिलकर एक अच्छी स्पिन जोड़ी बनाते लेकिन उनके न रहने से इमरान ताहिर का अनुभव और कला सीएसके के लिए उपयोगी होगी. ऐसे में डु प्लेसिस की टीम में जगह काफी मुश्किल दिखती है. हां, अगर धोनी पीयूष चावला के साथ जाते हैं तो डु प्लेसिस के खेलने की संभावना बढ़ जाएगी.
शार्दूल ठाकुर और दीपक चहर पर होगी जिम्मेदारी
मध्य क्रम की जिम्मेदारी ब्रावो और धोनी पर ही होगी जो तेजी से रन भी बना सकते हैं और मुश्किल में पारी को संभाल भी सकते हैं. तेज गेंदबाजी में शार्दूल ठाकुर और दीपक चहर का नाम तय है. जरूरत पड़ने पर दीपक बल्लेबाजी में भी अहम रन बना सकते हैं. इन दोनों के अलावा ब्रावो रहेंगे ही. अब टीम नगिदी और हेजलवुड की प्रतिभा को कैसे इस्तेमाल करती है यह देखना होगा.
वहीं मुंबई की बात की जाए तो उसने क्रिस लिन जैसे धाकड़ बल्लेबाज को इस सीजन अपने साथ जोड़ अपनी बल्लेबाजी को और मजबूत किया है. मुंबई के कप्तान रोहित शर्मा ने ये साफ किया है की वे धाकड़ दक्षिण अफ्रीकी विकेट-कीपर क्विंटन डी कॉक के साथ पारी की शुरूआत करेंगे जो विरोधियों के लिए खतरे की घंटी हो सकती है.