मुंबई : इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) इतिहास की सबसे सफल टीमों की बात की जाए तो मुंबई इंडियंस का नाम पहले स्थान पर आएगा. चार खिताब अपनी झोली में डालने वाली टीम रोहित शर्मा की कप्तानी में सीजन दर सीजन खतरनाक और जिद्दी दिखाई देती है. तभी कई मौकों पर अच्छी शुरुआत न मिलने के बाद भी टीम आगे जाकर प्लेऑफ और फाइनल तक खेली है. जो इसके जुनून और जिद का सबूत है. पिछली बार की विजेता टीम मुंबई इंडियंस 19 सितंबर को चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ टूर्नामेंट के पहले मुकाबले के लिए मैदान पर उतरेगी.
कप्तान रोहित शर्मा और दक्षिण अफ्रीका के क्विंटन डि कॉक की ठोस सलामी जोड़ी के लिए बल्लेबाजी में मुंबई इंडियंस की ताकत होगी, इसके अलावा ऑस्ट्रेलियाई क्रिस लिन भी जरूरत पड़ने पर बेहतर विकल्प होगें. पिछली बार की विजेता टीम 19 सितंबर को चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ टूर्नामेंट के पहले मुकाबले के लिए मैदान पर उतरेगी.
इस मामले में मुंबई इंडियंस का पलड़ा भारी होगा
सूर्यकुमार यादव, कायरन पोलार्ड, चोट से वापसी कर रहे हार्दिक पांड्या और क्रुणाल पांड्या जैसे बल्लेबाज टीम के मध्यक्रम को मजबूती प्रदान करेंगे. दूसरे टीमों की तुलना में यहां मुंबई का पलड़ा थोड़ा भरी होगा, क्योंकि ये सभी बड़े शॉट खेलने में माहिर है.
स्पिन गेंदबाजी मुंबई इंडियंस की मुख्य समस्या
उनकी मुख्य समस्या सही गेंदबाजी संयोजन बनाने में होगी, खासकर स्पिन विभाग में. तेज गेंदबाजी की बात करें तो मलिंगा व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए टूर्नामेंट से हट गए हैं. उनकी गैरमौजूदगी में जसप्रीत बुमराह पर दबाव अधिक होगा. पिछले सत्र में टीम के लिए सबसे ज्यादा 19 विकेट लेने वाले बुमराह चोट के कारण लंबे समय तक क्रिकेट से दूर रहे है. विदेशी तेज गेंदबाजों में मिशेल मैक्लेनाघन और ट्रेंट बोल्ट बाएं हाथ से गेंदबाजी का विकल्प देते है जबकि नाथन कुल्टर नील गेंदबाजी हरफनमौला होंगे. ऑस्ट्रेलिया के जेम्स पैटिंसन के टीम में आने से विकल्प बढ़ा है. टीम में चयन को लेकर इन सबके बीच कड़ा मुकाबला होगा.