अबुधाबी : चेन्नई सुपर किंग्स को अपने पिछले मैच में दिल्ली कैपिटल्स से हार का सामना करना पड़ा था जबकि राजस्थान को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर ने मात दी थी. एक समय राजस्थान के लिए जीत पक्की लग रही थी लेकिन 19वें ओवर में अब्राहम डिविलियर्स ने बाजी पलट दी और बेंगलोर को जीत की ओर अग्रसर किया.
राजस्थान के लिए इस मैच में अच्छी बात यह रही थी कि उसकी बल्लेबाजी शानदार थी. सलामी जोड़ी में बदलाव किया गया था और बेन स्टोक्स के साथ रॉबिन उथप्पा को पारी की शुरूआत के लिए भेजा गया था. उथप्पा सफल रहे थे और उन्होंने अपने अंदाज में ही बल्लेबाजी की थी. स्टोक्स के साथ उन्होंने 50 रन जोड़े थे.
उनके अलावा कप्तान स्टीव स्मिथ ने भी शानदार पारी खेल अर्धशतक जमाया था और उन्हीं के दम पर टीम एक मजबूत स्कोर खड़ा करने में सफल रही थी. टीम प्रबंधन एक बार फिर उम्मीद करेगा कि टीम के बल्लेबाज इसी तरह का प्रदर्शन जारी रखें, साथ ही वो चाहेगा कि संजू सैमसन और बेन स्टोक्स अपनी फॉर्म में लौटें. सैमसन शुरूआती मैचों में बरसने के बाद विफल ही रहे हैं और स्टोक्स जब से आए हैं उन्होंने ज्यादा खास नहीं किया है, उस तरह का तो बिल्कुल भी नहीं जिस तरह के प्रदर्शन की टीम को आवश्यकता है.
जोस बटलर को टीम ने मध्य क्रम में भेजने का फैसला किया था. बटलर को नीचे भेजने का मतलब है कि टीम उनसे एक फिनिशर का रोल अदा करने को कह रही है, जिसकी काबिलियत उनमें है. निचले क्रम में साथ देने के लिए उनके पास राहुल तेवतिया हैं जो बड़े शॉट्स मारने में सक्षम हैं.
वहीं गेंदबाजी की जहां तक बात है तो जोफ्रा आर्चर और कार्तिक त्यागी ने लगातार दबाव डाला है. स्पिन में तेवतिया और श्रेयस गोपाल भी अच्छा कर पाए हैं, लेकिन एक संयुक्त प्रदर्शन की जरूरत टीम को अपने गेंदबाजों से हैं. जयदेव उनादकट ने पिछले मैच में टीम को जीत से हार की तरफ धकेला था. इस मैच में वो खेलते हैं या नहीं यह देखने लायक होगा.
चेन्नई की बात की जाए तो दिल्ली के खिलाफ उसके बल्लेबाज चले थे. सैम कुरैन के पहले ही ओवर में आउट होने के बाद शेन वाटसन, फाफ डु प्लेसिस, अंबाती रायडू ने मोर्चा संभाला था और अंत में रवींद्र जडेजा ने तूफानी पारी खेल, टीम को प्रबल स्कोर दिया था.