हैदराबाद : विंडीज के कप्तान किरोन पोलार्ड ने टॉस तो जीता, लेकिन गलती भारत को बल्लेबाजी का न्योता देकर कर दी. लोकेश राहुल (91), रोहित शर्मा (71) और कप्तान विराट कोहली (नाबाद 70) की बेहतरीन पारियों के दम पर भारत ने 20 ओवरों में तीन विकेट के नुकसान पर 240 रन स्कोरबोर्ड पर टांग विंडीज की चिताएं बढ़ी दीं. ये भारत का टी-20 में तीसरा सर्वोच्च स्कोर भी है. इसके जवाब में विंडीज 20 ओवरों में आठ विकेट खोकर 173 रन ही बना सकी.
हेटमायेर को जीवनदान मिला
कप्तान पोलार्ड ने तेजतरार्र पारी खेली और शिमरेन हेटमायेर ने तेजी से रन बना भारत को थोड़ा परेशान भी किया. इस बीच हेटमायेर को जीवनदान भी मिला, हालांकि वो इसका फायदा नहीं उठा सके. पोलार्ड ने 39 गेंजों पर 68 रन बनाए. उनकी पारी में छह छक्के और पांच चौके शामिल रहे.
एविन लुइस की कमी खली
विंडीज को निश्चित तौर पर सलामी बल्लेबाज एविन लुइस की कमी खली जो फील्डिंग के दौरान अपना दायां घुटना चोटिल कर बैठे और इसी कारण बल्लेबाजी करने नहीं आए. उनके स्थान पर ब्रेंडन किंग ने पिछले मैच के हीरो लेंडल सिमंस के साथ पारी की शुरुआत की. ये दोनों बल्लेबाज टीम को अच्छी शुरुआत देने में असफल रहे.
12 के कुल स्कोर पर किंग को भुवनेश्वर कुमार ने आउट किया. उन्होंने सिर्फ पांच रन बनाए. सात रन बनाने वाले सिमंस को 17 कुल स्कोर पर मोहम्मद शमी ने एलबीडब्ल्यू आउट कर दिया. इसी स्कोर पर निकोलस पूरन दीपक चहर की गेंद पर शिवम दुबे के हाथों लपके गए.
शिमरोन हेटमेयर ने 41 रन बनाए
विंडीज का स्कोर तीन विकेट पर 17 रन था. पोलार्ड और हेटमेयर ने तेजी से रन बनाने चालू किए. नौवें ओवर की दूसरी गेंद पर शमी ने हेटमायेर का कैच छोड़ दिया. शमी को इसका पछतावा होता इससे पहले ही राहुल ने कुलदीप यादव की गेंद पर उनका कैच पकड़ विंडीज को चौथा झटका दिया. हेटमायेर ने 24 गेंदों पर पांच छक्के और एक चौके की मदद से 41 रन बनाए.
कुलदीप ने कुछ देर बाद जेसन होल्डर को आउट कर पोलार्ड को एक बार फिर कमजोर कर दिया. होल्डर ने सिर्फ आठ रन बनाए.
पोलार्ड ने खेली शानदार पारी
पोलार्ड पर विकेट गिरने का कोई असर नहीं पड़ रहा था और वो अपनी ताकत का बखूबी इस्तेमाल कर बड़े शॉट्स लगाए जा रहे थे. वो अपनी बल्लेबाजी का पूरा लुत्फ ले दर्शकों को भी रोमांचित कर रहे थे. भुवनेश्वर द्वारा फेंके गए 15वें ओवर में पोलार्ड ने एक छक्का और दो चौके लगाए लेकिन ओवर की अंतिम गेंद पर वो सीमा रेखा के पास रवींद्र जडेजा के हाथों लपके गए और यहीं से विंडीज की हार पक्की हो गई.