हैदराबाद : सिडनी टेस्ट में शानदार प्रदर्शन के बाद भारतीय टीम चौथे, आखिरी और निर्णायक टेस्ट मैच के लिए ब्रिस्बेन पहुंच चुकी है. भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जाने वाली चार मैचों की सीरीज फिलहाल 1-1 की बराबरी पर है.
ऐसे में दोनों ही टीमें ब्रिस्बेन में खेला जाने वाला आखिरी टेस्ट मैच जीतकर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी अपने नाम करना चाहेंगी. ऑस्ट्रेलिया ने आखिरी बार 2015 में इस ट्रॉफी पर कब्जा किया था. इसके बाद भारत 2017 में विराट कोहली की कप्तानी में ट्रॉफी को वापस भारत लाने में कामयाब रही थी और 2019 में भी इस तस्वीर में कोई बदलाव नहीं हुआ और भारत एक बार फिर ऑस्ट्रेलिया को 2-1 से हराने में कामयाब रहा.
भारतीय टीम अब गुरुवार से ब्रिस्बेन में आखिरी मुकाबला खेलने उतरेंगी. ये टेस्ट मैच हमेशा की तरह ऐतिहासिक होने वाला है क्योंकि गाबा में दोनों ही टीमों का इतिहास बिल्कुल उलट रहा है.
इस मैदान पर भारत कभी टेस्ट मैच नहीं जीत पाया है. वहीं, ऑस्ट्रेलिया यहां पिछले तीन दशक से भी ज्यादा अजेय रहा है. ब्रिस्बेन का मैदान ऑस्ट्रेलिया का अजेय किला माना जाता है जहां उसने पिछले 33 सालों में कभी हार का सामना नहीं किया है और वो इस मैदान पर भारत से कभी नहीं हारा है.
यहां के आंकड़े काफी दिलचस्प है.
- ब्रिसबेन में टेस्ट क्रिकेट की शुरुआत नवम्बर-दिसम्बर 1931 से हुई थी.
- ऑस्ट्रेलिया ने अभी तक कुल 62 मैच खेलें हैं जिसमें उन्होंने 40 मैच जीते हैं, वहीं 8 मैचों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा है.
- इस मैदान पर ऑस्ट्रेलिया का जीत का प्रतिशत 64 से भी अधिक का है जो बाकी मैदानों के मुकाबलें सबसे अधिक है.
- ब्रिसबेन में ऑस्ट्रेलिया को आखिरी बार साल 1988 में वेस्टइंडीज ने 9 विकेट से हराया था.
- 1988 के बाद ऑस्ट्रेलिया ने इस मैदान पर कुल 31 टेस्ट मैच खेले है, जिसमें 24 में उन्हें जीत मिली है जबकि 7 बार मेहमान टीम ड्रॉ कराने में कामयाब रही है.
- भारत ने यहां 6 मैच खेले गए हैं, जिसमें 5 में उन्हें हार मिली है जबकि 1 मैच ड्रॉ रहा है.
- ये आंकड़े भारत के लिहाज से अच्छे नहीं है लेकिन तीसरा टेस्ट मैच जिस तरह से ड्रॉ रहा है, उससे टीम का आत्मविश्वास जरूर चरम पर होगा.