नई दिल्ली: बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष अरुण धूमल ने कहा कि अगर चौथे चरण के लॉकडाउन में पाबंदियों में ढील दी जाती है तो टॉप क्रिकेटर्स को 18 मई से मैदान में ट्रेनिंग की इजाजत मिल सकती है.
कोरोनावायरस के कारण बीते दो महीनों से टीम इंडिया के खिलाड़ी अपने घर पर ही हैं. शीर्ष खिलाड़ी अपने घरों पर ही फिटनेस का ध्यान रख रहे हैं.
धूमल ने कहा, "सारे विकल्प तलाशे जा रहे हैं कि किस तरह से खिलाड़ी अपनी ट्रेनिंग शुरू कर सकते हैं. हालांकि 18 मई को सरकार की जारी होने वाली गाइडलाइन्स का हमें इंतजार है."
विस्तार से पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "खिलाड़ी यात्रा नहीं कर सकते इसलिए हम विकल्पों पर विचार कर रहे हैं कि क्या वे अपने घरों के पास मैदान में ट्रेनिंग शुरू कर सकते हैं."
धूमल ने बताया है कि बीसीसीआई लगातार खिलाड़ियों की ट्रेंनिग को लेकर केंद्र सरकार से बात कर रहा है.
हालांकि लॉकडाउन के दौरान खिलाड़ी बीसीसीआई की सलाह पर ही वर्कआउट के जरिए खुद को फिट रखने की कोशिश कर रहे हैं.
बता दें कि टीम इंडिया के खिलाड़ियों में सिर्फ मोहम्मद शमी के घर के पास सहसपुर में क्रिकेट का मैदान है. इस समय टीम इंडिया के बाकी क्रिकेटर्स बड़े शहरों में ही अपने घरों पर मौजूद हैं. धूमल ने बताया है कि खिलाड़ियों को ट्रेनिंग के लिए एप मुहैया करवाया गया है.
बीसीसीआई ने साफ किया है कि जब तक हालात पूरी तरह से सामान्य नहीं हो जाते तब तक किसी कैंप का आयोजन नहीं किया जाएगा.
धूमल ने कहा, ''खिलाड़ियों और स्टाफ का स्वास्थ्य हमारी प्राथमिकता है. जब तक हालात सामान्य नहीं हो जाते, तब तक किसी तरह के कैंप का आयोजन नहीं किया जा सकता."
यह पूछे जाने पर कि क्या खिलाड़ियों को कोरोना की जांच प्रक्रिया से गुजरना होगा, उन्होंने कहा, "हमारे सभी खिलाड़ी पहले दिन से घर पर हैं, सोशल डिस्टेंसिंग के मानदंडों का अभ्यास कर रहे हैं."
हालांकि, उन्होंने कहा कि अगर कोई सरकारी निर्देश आता है कि खिलाड़ियों को आरोग्य सेतु ऐप का उपयोग करना होगा, तब दिशानिर्देशों का पालन किया जाएगा.