नई दिल्ली: वेस्टइंडीज के पूर्व तेज गेंदबाज माइकल होल्डिंग का मानना है कि एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की प्रासंगिकता को लेकर जताई जा रही चिंताओं के बावजूद यह प्रारूप बना रहेगा क्योंकि इससे अब भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) को काफी वित्तीय लाभ होता है.
पूर्व में रिकी पोंटिंग और राहुल द्रविड़ जैसे दिग्गजों ने टी20 की बढ़ती लोकप्रियता और टेस्ट क्रिकेट का एक क्रिकेटर के लिए वास्तविक चुनौती बने रहने के कारण वनडे को लेकर आशंका जताई थी. हालांकि होल्डिंग को लगता है कि 50 ओवरों के प्रारूप का कुछ नहीं बिगड़ने वाला है.
आप खेल को हरदम छोटे से छोटा नहीं कर सकते
होल्डिंग ने निखिल नाज से इंस्टग्राम पर बातचीत के दौरान कहा, "मुझे नहीं लगता कि आईसीसी कभी 50 ओवरों की क्रिकेट को हटाना चाहेगी क्योंकि जहां तक टीवी अधिकारों का सवाल है तो इससे उसकी सबसे अधिक कमाई होती है. इससे उसकी कमाई में भारी गिरावट आएगी."
होल्डिंग टी20 के प्रशंसकों में शामिल नहीं हैं और उन्होंने कहा कि अब खेल को और छोटा बनाने से रोकना चाहिए. उन्होंने कहा, "लोग टी20 के ताबड़तोड़ अंदाज का लुत्फ उठाते हैं. जब 10-10 ओवरों का मैच होगा तो आप पाएंगे कि लोगों का टी20 में मन नहीं लग रहा है. और मुझे यह भी लगता है कि किसी मोड़ पर लोगों को पांच-पांच ओवरों का खेल भी पसंद आने लगेगा."