दिल्ली

delhi

ETV Bharat / sports

एकदिवसीय प्रारूप से आईसीसी अब भी कमाई करता है, यह प्रारूप बना रहेगा: माइकल होल्डिंग -  माइकल होल्डिंग news

वेस्टइंडीज के पूर्व तेज गेंदबाज माइकल होल्डिंग ने कहा, "मुझे नहीं लगता कि आईसीसी कभी 50 ओवरों की क्रिकेट को हटाना चाहेगी क्योंकि जहां तक टीवी अधिकारों का सवाल है तो इससे उसकी सबसे अधिक कमाई होती है. इससे उसकी कमाई में भारी गिरावट आएगी."

Michael Holding
Michael Holding

By

Published : Jun 8, 2020, 12:52 PM IST

नई दिल्ली: वेस्टइंडीज के पूर्व तेज गेंदबाज माइकल होल्डिंग का मानना है कि एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की प्रासंगिकता को लेकर जताई जा रही चिंताओं के बावजूद यह प्रारूप बना रहेगा क्योंकि इससे अब भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) को काफी वित्तीय लाभ होता है.

पूर्व में रिकी पोंटिंग और राहुल द्रविड़ जैसे दिग्गजों ने टी20 की बढ़ती लोकप्रियता और टेस्ट क्रिकेट का एक क्रिकेटर के लिए वास्तविक चुनौती बने रहने के कारण वनडे को लेकर आशंका जताई थी. हालांकि होल्डिंग को लगता है कि 50 ओवरों के प्रारूप का कुछ नहीं बिगड़ने वाला है.

आईसीसी

आप खेल को हरदम छोटे से छोटा नहीं कर सकते

होल्डिंग ने निखिल नाज से इंस्टग्राम पर बातचीत के दौरान कहा, "मुझे नहीं लगता कि आईसीसी कभी 50 ओवरों की क्रिकेट को हटाना चाहेगी क्योंकि जहां तक टीवी अधिकारों का सवाल है तो इससे उसकी सबसे अधिक कमाई होती है. इससे उसकी कमाई में भारी गिरावट आएगी."

होल्डिंग टी20 के प्रशंसकों में शामिल नहीं हैं और उन्होंने कहा कि अब खेल को और छोटा बनाने से रोकना चाहिए. उन्होंने कहा, "लोग टी20 के ताबड़तोड़ अंदाज का लुत्फ उठाते हैं. जब 10-10 ओवरों का मैच होगा तो आप पाएंगे कि लोगों का टी20 में मन नहीं लग रहा है. और मुझे यह भी लगता है कि किसी मोड़ पर लोगों को पांच-पांच ओवरों का खेल भी पसंद आने लगेगा."

एकदिवसीय प्रारूप

होल्डिंग ने कहा, "कुछ लोग इनकी तरफ आकर्षित हो जाएंगे लेकिन मेरा मानना है कि आपको हमेशा इस तरह के लोगों का ही ध्यान नहीं रखना चाहिए. आप खेल को हरदम छोटे से छोटा नहीं कर सकते. हम इस दिशा में आगे नहीं बढ़ सकते क्योंकि तब आपके पास कुछ नहीं बचेगा."

लार के प्रतिबंध पर होल्डिंग ने रखी अपनी राय

तेज गेंदबाज से कमेंटेटर बने होल्डिंग को लगता है कि गेंद को चमकाने के लिए लार का उपयोग प्रतिबंधित करने की आईसीसी क्रिकेट समिति की सिफारिशों से किसी तरह की व्यावहारिक परेशानी नहीं आएगी.

उन्होंने कहा, "मुझे नहीं लगता कि लार पर प्रतिबंध गंभीर समस्या है. समस्या है कि इस प्रतिबंध के बाद क्रिकेटरों को इससे सामंजस्य बिठाने में थोड़ा समय लगेगा. यह स्वाभाविक है कि जब आप मैदान पर होते हैं और आपको गेंद चमकानी होती है तो आप उस पर लार लगाते हो."

लार के इस्तेमाल से गेंद को चमकाते डेल स्टेन

होल्डिंग का मानना है कि पसीना भी गेंद को चमकाने में लार की तरह प्रभावशाली हो सकता है

उन्होंने कहा, "आपको गेंद पर नमी ही तो लानी है और आप पसीने से भी उसे हासिल कर सकते हो. आपको लार का उपयोग करने की जरूरत नहीं है. आपके हाथ या माथे का पसीना भी लार की तरह ही काम कर सकता है और मैंने किसी से यह नहीं सुना है कि पसीने से कोविड-19 फैल सकता है."

ABOUT THE AUTHOR

...view details