नई दिल्ली: भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के साथ हमेशा से शांत, निश्चिंत जैसे विशेषण जुड़ते हैं. लेकिन ऐसा नहीं है कि धोनी कभी अपना आपा नहीं खोते.
आईपीएल और भारतीय टीम में भी कई बार देखा गया है जब धोनी के चेहरे पर गुस्सा उतर आया था. धोनी के साथ लंबे अरसे तक खेलने वाले गंभीर ने कहा कि, "लोग कहतें हैं कि उन्होंने धोनी को कभी गुस्सा होते नहीं देखा लेकिन मैंने कई बार देखा है."
गंभीर ने एक टीवी शो पर कहा, "वह भी इंसान हैं और वह भी प्रतिक्रियाएं देते हैं. ऐसा करने में कुछ गलत नहीं है. चेन्नई सुपर किंग्स में भी, अगर फील्डिंग छूटती है और कोई कैच छोड़ता है तो, हां वो गुस्सा होते हैं. हां वे शांत रहते हैं निश्चित तौर पर बाकी कप्तानों की तुलना में वह काफी शांत रहते हैं. निश्चित तौर पर मेरी तुलना में."
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज ब्रेट ली ने भी गंभीर की बात में हामी भरी और कहा, "हमें ऐसे खिलाड़ियों की जरूरत है जो मनोरंजन करें और धोनी ऐसे ही खिलाड़ी हैं. वह सीमारेखा को लांघते नहीं हैं और अगर उन्होंने ऐसा किया है तो यह काफी कम हुआ है, लेकिन जैसा गंभीर ने कहा, हम सभी इंसान हैं."
भारत के पूर्व तेज गेंदबाज इरफान पठान ने एक वाक्या याद करते हुए बताया, "2006-07 में वार्मअप में हमने तय किया था कि जो दाएं हाथ के बल्लेबाज हैं वो बाएं हाथ से और बाएं हाथ के बल्लेबाज दाएं हाथ से बल्लेबाजी करेंगे. वार्मअप खत्म करने के बाद हम अभ्यास करने लगे और दो टीमें बनीं."
उन्होंने कहा, "धोनी को आउट दे दिया गया था और उन्हें लगा था कि वह आउट नहीं हैं. उन्होंने अपना बल्ला फेंका और ड्रेसिंग रूम की तरफ चले गए और फिर प्रेक्टिस के लिए देर से आए.वो भी गुस्सा होते हैं."