नई दिल्ली:लेग स्पिनर रवि बिश्नोई ने हाल ही में खत्म हुए अंडर-19 विश्व कप में शानदार प्रदर्शन करते हुए 17 विकेट अपने नाम किए. दक्षिण अफ्रीका में खेले गए विश्व कप में उन्होंने 17 विकेट लिए और टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बने. लेकिन बिश्नोई के लिए अब आगे देखने का समय है और वो इंडियन प्रीमियर लीग में अनिल कुंबले के मार्गदर्शन में अपने खेल में पैनापन लाना चाहते हैं. बिश्नोई ने एक मीडिया हाउस से बात करते हुए कहा कि वो कुंबले के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिता कर सीखना चाहते हैं.
बिश्नोई ने कहा, "मैं इस बात को लेकर काफी उत्साहित हूं कि मुझे आईपीएल में अनिल कुंबले सर के साथ समय बिताने का मौका मिलेगा. मेरी कोशिश उनका दिमाग पढ़ने और उनसे ज्यादा से सीखने की होगी. मैं उनके साथ रहकर अपनी गेंदबाजी को और बेहतर करना चाहूंगा."
बिश्नोई ने अपनी लेग स्पिन से टीम को अहम समय पर सफलताएं दिलाई. उनका कहना है कि दक्षिण अफ्रीका में उनका एक ही मकसद था कि वो अपनी टीम के लिए मैच जीतें.
उन्होंने कहा, "मैं वहां रिकॉर्ड के लिए नहीं गया था. मेरा मकसद टीम के लिए मैच जीतना था और ट्रॉफी के साथ लौटना था. मैं जब भी मैदान पर उतरता था तब मेरे दिमाग में यही होता था. मैं उस तरीके से अपना योगदान देना चाहता था कि अंत में हम मैच जीतकर लौटें."
टीम हालांकि फाइनल जीत नहीं सकी और बांग्लादेश के हाथों हार गई. क्या वो इससे निराश हैं? इस पर बिश्नोई ने कहा, "अगर मैं कहूं कि मैं थोड़ा सा निराश हूं तो गलत होगा. यह मेरी यादों में हमेशा रहेगा कि हम अंतिम पड़ाव पार नहीं कर सके. हमने पूरे टूर्नामेंट में अच्छा किया, लेकिन फाइनल जीतते तो और अच्छा होता."