हैदराबाद: महिला टी-20 वर्ल्ड कप फाइनल के लिए टीमों का नाम तय हो चुका है, एमसीजी एक एतिहासिक फाइनल का गवाह बनने को तैयार है. 8 मार्च 2020 को वूमेंस डे के दिन क्रिकेट की दो बड़ी टीमें महिला टी-20 विश्वकप के ताज के लिए भिड़ेंगी. इस पल ये कह पाना मुश्किल है कि इन दोनों ही टीमों में से फेवरेट्स कौन है ? एक तरफ है भारतीय टीम जो पूरे टूर्नामेंट में विजयी रही है तो दूसरी तरफ है ऑस्ट्रेलियाई टीम जो 4 बार की टी-20 चैंपियन रही है.
दोनों ही टीम अपनी एक अलग पहचान लेकर एमसीजी में उतरेंगी और #FillTheMCG को सफल बनाएगी.
8 मार्च कई मायनों में खास है, एक ओर उस दिन महिला दिवस मनाया जाता है तो दूसरी ओर उस दिन भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर का 31वां जन्मदिन भी है. हरमन के लिए विश्वकप की ट्रॉफी से बड़ा और क्या तोहफा हो सकता है? लेकिन उस तोहफे को हासिल करने के लिए पूरी टीम को अपनी बेस्ट ऑफ क्रिकेटिंग स्किल्स का इस्तेमाल करना होगा.
दोनों कप्तान ट्रॉफी के साथ हरमन के माता-पिता एमसीजी में मौजूद रह कर मनाएंगे बेटी का बर्थडे
भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर के करियर में ये पहला मौका होगा जब उनके माता-पिता उनका कोई मैच देखने के लिए मैदान में मौजूद होंगे. हालांकि वो खुद नहीं जानते की ये दिन उनके लिए क्या लेकर आने वाला है.
इंडियन टीम सेल्फी लेते हुए अभी तक कैसा रहा है भारतीय टीम का सफर
ग्रुप स्टेज से लेकर फाइनल में पहुंचने तक भारतीय टीम ने अपने प्रदर्शन से सभी को चौंकाया है. इस पूरे टूर्नामेंट में खेले गए सभी मैचों में अनुभवी खिलाड़ी हरमनप्रीत कौर, स्मृति मंधाना, वेदा कृष्णमूर्ति जैसे खिलाड़ी कोई कमाल न कर सके. वहीं 16 साल की युवा भारतीय खिलाड़ी शेफाली वर्मा और पूनम यादव ने हर मैच में अपने हुनर का लोहा मनवाया है. एक तरफ शेफाली अभी टूर्नामेंट के टॉप स्कोरर की लिस्ट में 161 रन बनाकर तीसरे नंबर पर हैं वहीं पूनम यादव ने अपनी फिरकी के दम पर इस टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा (9) विकेट लेने के मामले में पहला स्थान हासिल कर लिया है.
इन जगहों पर चूकी भारतीय टीम
टूर्नामेंट की शुरुआत से ही भारतीय टीम की बल्लेबाजी उनकी स्ट्रेंथ मानी जा रही थी लेकिन ऐसा कुछ टूर्नामेंट के दौरान देखने को नहीं मिला. जिसका कारण रहा स्मृति मंधाना और हरमनप्रीत कौर का प्रदर्शन. हालांकि शेफाली ने इस पूरे टूर्नामेंट में कमाल की बल्लेबाजी कर एक छोर से मोर्चा संभाले रखा. इसके अलावा जेमिमा रॉड्रिक्स ने भी निराश किया. दूसरी ओर मिडल ऑर्डर में वेदा और दीप्ती ने कुछ मैचों में पारी को संभालने की कोशिश की लेकिन फिर भी टीम कई बार सम्मानजनक स्कोर बनाने में भी कामयाब नहीं हो सकी.
इंडियन टीम सेल्फी लेते हुए इन जगहों पर काम आया भारतीय टीम का साहस
हर मैच का टोटल लो स्कोरिंग रहा लेकिन बॉलिंग यूनिट ने अपना काम करते हुए टीम के लिए अहम मौकों पर जरूरी विकेट लिए जिसमें सबसे बड़ा योगदान रहा पूनम योदव का. इसके अलावा शिखा पांडे, वेदा कृष्णामूर्ति ने भी सही मौकों पर जरूरी योगदान दिए. ग्रुप स्टेज के मुकाबलों में भारतीय टीम की गेंदबाजी यूनिट ने ही मोर्चा संभाला इसके बाद दुर्भाग्यवश सेमीफाइनल में मैच न हो सका और भारतीय टीम ने इंग्लैंड को पीछे छोड़ते हुए फाइनल में प्रवेश कर लिया.
'फाइनल में करेंगे सर्वश्रेष्ठ'
कप्तान हरमनप्रीत ने हालांकि सेमीफाइनल के धुलने के बाद कहा, हर कोई अच्छी लय में है. शेफाली और स्मृति हमें अच्छी शुरुआत दे रही हैं. मैं और स्मृति नेट्स में ज्यादा समय बिताने की कोशिश कर रहे हैं. दुर्भाग्यवश हम बड़ी पारी नहीं खेल सके लेकिन हमारी टीम की साथी अच्छा खेल रही हैं. पहला टी-20 विश्व कप फाइनल हमारे लिए काफी मायने रखता है. एक टीम के तौर पर हम फाइनल में अपना सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट खेलना चाहते हैं.
आईसीसी महिला टी-20 की टॉप स्कोरर की लिस्ट इस पूरे टूर्नामेंट में एक बात तो जग जाहिर है कि भारतीय टीम अपनी कमजोरियों को अच्छी तरह पहचानती है ऐसे में हमारे पास अब फाइनल जीतने का ब्लूप्रींट तैयार हो चुका होगा जिसपर अमल करना ही बाकी है.
आईसीसी महिला टी-20 विश्वकप में मोस्ट विकेट्स लेने वाली खिलाड़ियों की लिस्ट अब बस जरूरत है कि टीम इंडिया मिलकर हरमनप्रीत को उनके बर्थडे का गिफ्ट एक विश्व चैंपियन की ट्रॉफी देने में सफल हो सके और भारतीय टीम एक टी-20 चैंपियन बनने का गौरव हासिल कर सके.