नई दिल्ली: महान बल्लेबाजों में गिने जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने रविवार को गुरु पूर्णिमा के अवसर पर उन तीनों लोगों को याद किया है, जिन्होंने उनका करियर बनाने में मदद की.
सचिन ने गुरु पूर्णिमा के मौके पर ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट किया है जिसमें वो बल्ला पकड़े दिखाई दे रहे हैं.
गुरु पूर्णिमा के दिन लोग अपने गुरुओं, शिक्षकों और वरिष्ठों को याद करते हैं तथा उनकी पूजा भी करते हैं. सचिन समेत कई क्रिकेटरों ने गुरु पूर्णिमा के मौके पर अपने गुरुओं को याद किया.
इस वीडियो में सचिन ने कहा, "मैं उन तीन लोगों को शुक्रिया कहना चाहता हूं, जिनकी वजह से इस मुकाम तक पहुंच पाया. मैं जब भी बल्ला पकड़ता हूं तो मैं उन तीन लोगों को याद करता हूं जिन्होंने मेरा करियर बनाने में मेरी मदद की. जो भी मैं आज हूं, इन तीन लोगों की वजह से ही हूं."
सचिन ने पहले अपने भाई अजित तेंदुलकर और अपने कोच रमाकांत आचरेकर का नाम लिया.
उन्होंने कहा, "सबसे पहले मेरे भाई अजित तेंदुलकर, जिन्होंने मुझे आचरेकर (रमाकांत) सर के पास ले जाने का फैसला किया. एक चीज मैं जानता हूं कि जब भी मैं बल्लेबाजी करने गया तब मेरा भाई मेरे पास शारीरिक रूप से मौजूद नहीं था, लेकिन वो मानसिक रूप से मौजूद जरूर था. इसलिए मैं जब भी बल्लेबाजी करने जाता था तो मैं जानता था कि मेरा भाई मेरे साथ है."
सचिन ने इसके बाद कहा, "मैं आचरेकर सर के बारे में क्या कह सकता हूं. उन्होंने जितने घंटे मेरी बल्लेबाजी पर बिताए हैं, नोट्स बनाए हैं. चाहे वो मैच को लेकर हों या अभ्यास सत्र को लेकर. वह हमेशा से गलतियां नोट करते थे और उन चीजों को नोट करते थे जिनमें मुझे सुधार करना होता था."
सचिन ने आखिर में अपने पिता रमेश तेंदुलकर का नाम लिया.
उन्होंने कहा, "तीसरे इंसान मेरे पिता हैं, जिन्होंने मुझे बताया है कि कभी शॉर्टकट मत लेना. अपने आप को अच्छे से तैयार करो और सबसे अहम अपनी मान्यताओं का निरादर मत करो. मैं इन तीनों के बारे मे चाहे जितनी भी बात करूं कम ही है."
इस खास मौके पर पूर्व भारतीय क्रिकेटर युवराज सिंह ने भी अपने गुरुओं को याद किया. उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'गुरू पूर्णिमा के शुभ अवसर पर मैं अपने गुरुओं, शिक्षकों और मेंटर्स को धन्यवाद देना चाहता हूं, जिन्होंने मुझे इस लायक बनाया. मैं उनके समर्थन और मार्गदर्शन के लिए उनका ऋणी हूं. मैं इन सीखों के साथ न्याय करने की आशा करता हूं और अपने जीवन में हमेशा दूसरों को प्रेरित करता हूं. हैप्पी गुरु पूर्णिमा.'
इसके अलावा इस मौके पर भारतीय बल्लेबाज सुरेश रैना ने ट्वीट किया, सरलतम रूपों में गुरु का अर्थ शिक्षक है और यह महादेव की सबसे बड़ी अभिव्यक्ति है. आज हम अपने सभी शिक्षकों का सम्मान करते हैं, जो हमारा मार्गदर्शन करते हैं और हमें उच्च स्तर तक पहुँचाते हैं. सभी को गुरु पूर्णिमा की शुभकामनाएं.'
वहीं, भारतीय टेस्ट टीम के उप कप्तान अजिंक्य रहाणे ने ट्वीट किया, अपने ज्ञान और बुद्धि से दूसरों को महान बनने में मदद करने वाले से बड़ा व्यक्ति कोई नहीं है. उन सभी गुरुओं को गुरु पूर्णिमा की शुभकामनाएं जो हमें हमेशा सही दिशा दिखाते हैं.